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संजौली में दो दिन के भीतर मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने का अल्टीमेटम, कुसुम्पटी बाजार में भी मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन - Protest against Kasumpti mosque - PROTEST AGAINST KASUMPTI MOSQUE

Protest in Kasumpti against Mosque: शिमला शहर में संजौली के बाद अब लोग कुसुम्पटी बाजार में बनी मस्जिद को लेकर प्रदर्शन करने के लिए गुरुवार को सड़कों पर उतरे. कुसुम्पटी वॉर्ड 27 की पार्षद भी इस प्रदर्शन में लोगों के साथ थी. डिटेल में पढ़ें खबर...

शिमला में मस्जिद विवाद
शिमला में मस्जिद विवाद (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 5, 2024, 9:13 PM IST

Updated : Sep 5, 2024, 10:21 PM IST

रचना शर्मा, वॉर्ड पार्षद (ETV Bharat)

शिमला: शांतिप्रिय राज्य हिमाचल की राजधानी शिमला इन दिनों बवाल से घिरी हुई है. शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर मामला पूरे देश में गूंज गया है. हिंदू संगठनों ने संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है.

राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा के मानसून सेशन में तथ्य पेश करते हुए कहा कि संजौली की मस्जिद में जो निर्माण हुआ है, वो अवैध है. उन्होंने मस्जिद को गिराए जाने की बात भी कही. मंत्री के बयान पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखी प्रतिक्रिया की तो जवाब में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने उन्हें बीजेपी की बी टीम करार दिया.

इधर, गुरुवार को संजौली में हिंदू संगठनों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया और सरकार को अल्टीमेटम दिया कि दो दिन में मस्जिद का अवैध निर्माण गिराया जाए. संजौली में भारी संख्या में जुटे लोगों की भीड़ और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए एसपी शिमला खुद मौके पर थे.

देर शाम, कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह व विक्रमादित्य सिंह ने भी संजौली का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इससे पहले दिन के समय जनता के समूह को संबोधित करते हुए हिंदू जागरण मंच के पूर्व प्रांत मंत्री कमल गौतम ने कहा हिमाचल प्रदेश में बढ़ रही ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की जरूरत है. उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि दो दिन के भीतर यदि मस्जिद की अवैध मंजिलों को नहीं गिराया गया तो उसके बाद की स्थितियों के लिए प्रशासन खुद जिम्मेदार होगा. वहीं, दिन के समय चौड़ा मैदान शिमला में भी रूमित सिंह की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ. वहां मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए पहुंचे थे.

संजौली के बाद अब कुसुम्पटी में प्रदर्शन

अभी संजौली का मामला गर्म ही था कि कुसुम्पटी बाजार की जनता भी वहां पर नियमों के खिलाफ एक मकान में चल रही मस्जिद का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरी. यहां नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश कुमार शर्मा भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि लीज पर दी गई जमीन पर मकान बना है, लेकिन उसमें अब नमाज पढ़ने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग जुटते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुसुम्पटी बाजार में शुक्रवार को माहौल खराब होता है.

स्थानीय लोगों ने मांग उठाई कि यहां नमाज पढ़ना बंद की जाए. नगर निगम के वॉर्ड नंबर 27 की पार्षद रचना शर्मा ने कहा संजौली के माहौल को देखते हुए स्थानीय लोगों ने भी फैसला लिया कि कुसुम्पटी बाजार में अवैध रूप से चल रही मस्जिद के खिलाफ आवाज उठाई जानी चाहिए.

रचना शर्मा ने कहा कि शुक्रवार के दिन यहां एक छोटे से ढांचे नुमा मकान में अनेक लोग नमाज पढ़ने आते हैं. कुसुम्पटी में जनता के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एसडीएम पुलिस प्रशासन के साथ मौके पर आए थे. उन्होंने स्थानीय जनता से पूरे मामले की छानबीन के लिए दो दिन का समय मांगा है.

ये भी पढ़ें: मंत्री अनिरुद्ध के बयान पर छिड़ा घमासान, अवैध मस्जिद निर्माण पर मचा सियासी तूफान, रोहिंग्या घुसपैठ से लेकर लव जिहाद तक पहुंची बात!

रचना शर्मा, वॉर्ड पार्षद (ETV Bharat)

शिमला: शांतिप्रिय राज्य हिमाचल की राजधानी शिमला इन दिनों बवाल से घिरी हुई है. शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर मामला पूरे देश में गूंज गया है. हिंदू संगठनों ने संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है.

राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा के मानसून सेशन में तथ्य पेश करते हुए कहा कि संजौली की मस्जिद में जो निर्माण हुआ है, वो अवैध है. उन्होंने मस्जिद को गिराए जाने की बात भी कही. मंत्री के बयान पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखी प्रतिक्रिया की तो जवाब में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने उन्हें बीजेपी की बी टीम करार दिया.

इधर, गुरुवार को संजौली में हिंदू संगठनों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया और सरकार को अल्टीमेटम दिया कि दो दिन में मस्जिद का अवैध निर्माण गिराया जाए. संजौली में भारी संख्या में जुटे लोगों की भीड़ और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए एसपी शिमला खुद मौके पर थे.

देर शाम, कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह व विक्रमादित्य सिंह ने भी संजौली का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इससे पहले दिन के समय जनता के समूह को संबोधित करते हुए हिंदू जागरण मंच के पूर्व प्रांत मंत्री कमल गौतम ने कहा हिमाचल प्रदेश में बढ़ रही ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की जरूरत है. उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि दो दिन के भीतर यदि मस्जिद की अवैध मंजिलों को नहीं गिराया गया तो उसके बाद की स्थितियों के लिए प्रशासन खुद जिम्मेदार होगा. वहीं, दिन के समय चौड़ा मैदान शिमला में भी रूमित सिंह की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ. वहां मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए पहुंचे थे.

संजौली के बाद अब कुसुम्पटी में प्रदर्शन

अभी संजौली का मामला गर्म ही था कि कुसुम्पटी बाजार की जनता भी वहां पर नियमों के खिलाफ एक मकान में चल रही मस्जिद का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरी. यहां नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश कुमार शर्मा भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कहा कि लीज पर दी गई जमीन पर मकान बना है, लेकिन उसमें अब नमाज पढ़ने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग जुटते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुसुम्पटी बाजार में शुक्रवार को माहौल खराब होता है.

स्थानीय लोगों ने मांग उठाई कि यहां नमाज पढ़ना बंद की जाए. नगर निगम के वॉर्ड नंबर 27 की पार्षद रचना शर्मा ने कहा संजौली के माहौल को देखते हुए स्थानीय लोगों ने भी फैसला लिया कि कुसुम्पटी बाजार में अवैध रूप से चल रही मस्जिद के खिलाफ आवाज उठाई जानी चाहिए.

रचना शर्मा ने कहा कि शुक्रवार के दिन यहां एक छोटे से ढांचे नुमा मकान में अनेक लोग नमाज पढ़ने आते हैं. कुसुम्पटी में जनता के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एसडीएम पुलिस प्रशासन के साथ मौके पर आए थे. उन्होंने स्थानीय जनता से पूरे मामले की छानबीन के लिए दो दिन का समय मांगा है.

ये भी पढ़ें: मंत्री अनिरुद्ध के बयान पर छिड़ा घमासान, अवैध मस्जिद निर्माण पर मचा सियासी तूफान, रोहिंग्या घुसपैठ से लेकर लव जिहाद तक पहुंची बात!

Last Updated : Sep 5, 2024, 10:21 PM IST
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