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3 साल में हिमाचल में सड़क हादसों ने छीन लिए 3643 अनमोल जीवन, कांगड़ा व शिमला में सबसे अधिक 1109 लोग हुए मौत का शिकार - DEATH IN ROAD ACCIDENT

हिमाचल प्रदेश में बीते तीन सालों में 3 हजार 643 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है. डिटेल में पढ़ें खबर...

हिमाचल में सड़क हादसे
हिमाचल में सड़क हादसे (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 2 hours ago

शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे कभी ना भूलने वाले जख्म दे जाते हैं. सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयास के बावजूद हादसे और उनमें मौत का शिकार होने वाले लोगों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा. हिमाचल प्रदेश में तीन सालों में 3 हजार 643 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है. हिमाचल विधानसभा के विंटर सेशन में भाजपा सदस्य सतपाल सिंह सत्ती ने हादसों व ब्लैक स्पॉट्स के संदर्भ में सवाल किया था.

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की तरफ से दिए गए लिखित जवाब में बताया गया कि तीन साल में कुल 3 हजार 643 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई. ये आंकड़े पहली अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022, फिर पहली अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023, फिर पहली अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक की अवधि सहित 30 नवंबर 2024 तक के हैं. इसमें तीन साल के साथ ही इस अप्रैल का आंकड़ा भी शामिल किया गया है. प्रदेश के 12 जिलों में सबसे अधिक हादसों के जख्म कांगड़ा व शिमला जिला को झेलने पड़े हैं. इन दोनों जिलों में ही 1109 लोगों की मौत हुई. लाहौल-स्पीति जिला में तीन साल में सबसे कम 46 लोगों की जान गई.

2023-2024 में कम हुई मौतें

हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2021-22 के मुकाबले 2023-24 में हादसों में मौतों का आंकड़ा कम हुआ है. ये है जिलावर मौत का आंकड़ा:

जिला2021-22 2022-232023-24 अप्रैल 2004 से 31-11-2024कुल मौत का आंकड़ा
शिमला 157 172 12892549
सिरमौर114105 80 49348
किन्नौर3423 2725109
मंडी100110102100412
सोलन14112811480463
कुल्लू751045937275
लाहौल-स्पीति13159946
हमीरपुर2232271899
बिलासपुर 35365437162
ऊना100888471343
कांगड़ा169156114121560
चंबा85735564277
कुल मौतें104510428537033643

शिमला जिला की बात करें तो यहां वर्ष 2021-22 (एक अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक) में कुल 157 लोगों ने रोड एक्सीडेंट में जान गंवाई फिर 2022-23 में शिमला जिला में 172 लोगों की मृत्यु हादसों में हुई. अगले साल यानी 2023-24 में मौत का आंकड़ा 128 रहा. इस साल अप्रैल 2024 से नवंबर महीने के अंत में कुल 92 लोगों की मौत हुई. इस तरह तीन साल में 30 नवंबर 2024 तक शिमला जिला में कुल 549 लोगों ने जान गंवाई.

सिरमौर जिला में वर्ष 2021-22 में 114, वर्ष 2022-23 में 105 व 2023-24 में 80 लोगों की मौत हुई. इस साल अप्रैल से नवंबर के दौरान हादसों में मरने वालों की संख्या 49 है. इस तरह सिरमौर जिला में कुल 348 लोगों की जान गई. सोलन जिला में वर्ष 2021-2022 में 141, साल 2022-23 में 128, वर्ष 2023-24 में 114 व इस साल नवंबर तक 80 लोगों की जान गई. कुल 463 लोग काल का ग्रास बने.

इसी तरह किन्नौर जिला में वर्ष 2021-22 में 34, वर्ष 2022-23 में 23 व वर्ष 2023-24 में 27 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट्स में हुई. किन्नौर में अप्रैल 2024 से नवंबर तक 25 लोगों ने जान गंवाई. इस तरह किन्नौर में इस अवधि में कुल 109 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट में हुई. मंडी जिला में वर्ष 2021-22 में 100 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई फिर वर्ष 2022-23 में 110 और वर्ष 2023-24 में 102 लोगों ने प्राण गंवाए. यहां अप्रैल से नवंबर 2024 तक 100 लोगों की डेथ हुई. कुल मिलाकर मंडी जिला में 412 लोगों को काल ने ग्रास बनाया.

कुल्लू जिला में वर्ष 2021-22 में 75, वर्ष 2022-23 104 व वर्ष 2023-24 में 59 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. यहां अप्रैल से नवंबर 2024 तक कुल 37 लोगों की जान गई. इस तरह कुल्लू जिला में 275 लोगों को मौत का शिकार बनना पड़ा. लाहौल-स्पीति में भाग्यवश मौत का ग्राफ कम है. यहां वर्ष 2021-22 में 13, वर्ष 2022-23 में 15 व वर्ष 2023-24 में 9 लोगों की जान गई. नवंबर महीने के अंत तक इस साल यहां 9 ही लोगों को जान गंवानी पड़ी. कुल मौत का आंकड़ा 46 रहा.

हमीरपुर जिला में वर्ष 2021-22 में 22, वर्ष 2022-23 में 32, वर्ष 2023-24 में 27 व इस साल नवंबर तक 18 लोगों सहित इस पूरी अवधि में 99 लोगों की मौत हुई. बिलासपुर जिला में वर्ष 2021-22 में 35, वर्ष 2022-23 में 36, वर्ष 2023-24 में 54 व नवंबर 2024 तक कुल 37 लोगों की जान गई. कुल 162 लोगों को काल का शिकार होना पड़ा.

मैदानी जिला ऊना में वर्ष 2021-22 में 100 लोगों की जान गई. वर्ष 2022-23 में 88, वर्ष 2023-24 में 84 व अप्रैल से नवंबर 2024 तक 71 लोगों सहित कुल 343 लोगों ने प्राणों से हाथ धोया. कांगड़ा जिला में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई. यहां वर्ष 2021-22 में 169, वर्ष 2022-23 में 156, वर्ष 2023-24 में 114 व अप्रैल 2024 से नवंबर तक 121 लोगों ने प्राण गंवाए. कुल मौत का आंकड़ा 560 दर्ज किया गया. चंबा जिला में वर्ष 2021-22 में 85, वर्ष 2022-23 में 73, वर्ष 2023-24 में 55 व अप्रैल 2024 से नवंबर तक 64 लोगों की जान गई. कुल मौत का आंकड़ा 277 रहा. यानी प्रदेश के सभी जिलों में वर्ष 2021-22 से इस साल नवंबर 2024 तक कुल 3643 लोगों की जान गई.

हिमाचल में तीन साल में 1864 ब्लैक स्पाट चिन्हित

हिमाचल मे तीन साल में 1864 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए. इस समय राज्य में 717 ब्लैक स्पॉट हैं. इन ब्लैक स्पॉट्स पर तीन साल की अवधि में कुल 395 लोगों ने जान गंवाई. ब्लैक स्पॉट सुधारने के लिए 2024-25 में 15.62 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

ये भी पढ़ें: 824 करोड़ खर्च कर अफसरों व कर्मियों को संशोधित वेतनमान एरियर की दो किश्तें अदा, वित्तीय स्थिति मजबूत होते ही दिया जाएगा डीए

शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे कभी ना भूलने वाले जख्म दे जाते हैं. सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयास के बावजूद हादसे और उनमें मौत का शिकार होने वाले लोगों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा. हिमाचल प्रदेश में तीन सालों में 3 हजार 643 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है. हिमाचल विधानसभा के विंटर सेशन में भाजपा सदस्य सतपाल सिंह सत्ती ने हादसों व ब्लैक स्पॉट्स के संदर्भ में सवाल किया था.

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की तरफ से दिए गए लिखित जवाब में बताया गया कि तीन साल में कुल 3 हजार 643 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई. ये आंकड़े पहली अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022, फिर पहली अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023, फिर पहली अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक की अवधि सहित 30 नवंबर 2024 तक के हैं. इसमें तीन साल के साथ ही इस अप्रैल का आंकड़ा भी शामिल किया गया है. प्रदेश के 12 जिलों में सबसे अधिक हादसों के जख्म कांगड़ा व शिमला जिला को झेलने पड़े हैं. इन दोनों जिलों में ही 1109 लोगों की मौत हुई. लाहौल-स्पीति जिला में तीन साल में सबसे कम 46 लोगों की जान गई.

2023-2024 में कम हुई मौतें

हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2021-22 के मुकाबले 2023-24 में हादसों में मौतों का आंकड़ा कम हुआ है. ये है जिलावर मौत का आंकड़ा:

जिला2021-22 2022-232023-24 अप्रैल 2004 से 31-11-2024कुल मौत का आंकड़ा
शिमला 157 172 12892549
सिरमौर114105 80 49348
किन्नौर3423 2725109
मंडी100110102100412
सोलन14112811480463
कुल्लू751045937275
लाहौल-स्पीति13159946
हमीरपुर2232271899
बिलासपुर 35365437162
ऊना100888471343
कांगड़ा169156114121560
चंबा85735564277
कुल मौतें104510428537033643

शिमला जिला की बात करें तो यहां वर्ष 2021-22 (एक अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक) में कुल 157 लोगों ने रोड एक्सीडेंट में जान गंवाई फिर 2022-23 में शिमला जिला में 172 लोगों की मृत्यु हादसों में हुई. अगले साल यानी 2023-24 में मौत का आंकड़ा 128 रहा. इस साल अप्रैल 2024 से नवंबर महीने के अंत में कुल 92 लोगों की मौत हुई. इस तरह तीन साल में 30 नवंबर 2024 तक शिमला जिला में कुल 549 लोगों ने जान गंवाई.

सिरमौर जिला में वर्ष 2021-22 में 114, वर्ष 2022-23 में 105 व 2023-24 में 80 लोगों की मौत हुई. इस साल अप्रैल से नवंबर के दौरान हादसों में मरने वालों की संख्या 49 है. इस तरह सिरमौर जिला में कुल 348 लोगों की जान गई. सोलन जिला में वर्ष 2021-2022 में 141, साल 2022-23 में 128, वर्ष 2023-24 में 114 व इस साल नवंबर तक 80 लोगों की जान गई. कुल 463 लोग काल का ग्रास बने.

इसी तरह किन्नौर जिला में वर्ष 2021-22 में 34, वर्ष 2022-23 में 23 व वर्ष 2023-24 में 27 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट्स में हुई. किन्नौर में अप्रैल 2024 से नवंबर तक 25 लोगों ने जान गंवाई. इस तरह किन्नौर में इस अवधि में कुल 109 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट में हुई. मंडी जिला में वर्ष 2021-22 में 100 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई फिर वर्ष 2022-23 में 110 और वर्ष 2023-24 में 102 लोगों ने प्राण गंवाए. यहां अप्रैल से नवंबर 2024 तक 100 लोगों की डेथ हुई. कुल मिलाकर मंडी जिला में 412 लोगों को काल ने ग्रास बनाया.

कुल्लू जिला में वर्ष 2021-22 में 75, वर्ष 2022-23 104 व वर्ष 2023-24 में 59 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा. यहां अप्रैल से नवंबर 2024 तक कुल 37 लोगों की जान गई. इस तरह कुल्लू जिला में 275 लोगों को मौत का शिकार बनना पड़ा. लाहौल-स्पीति में भाग्यवश मौत का ग्राफ कम है. यहां वर्ष 2021-22 में 13, वर्ष 2022-23 में 15 व वर्ष 2023-24 में 9 लोगों की जान गई. नवंबर महीने के अंत तक इस साल यहां 9 ही लोगों को जान गंवानी पड़ी. कुल मौत का आंकड़ा 46 रहा.

हमीरपुर जिला में वर्ष 2021-22 में 22, वर्ष 2022-23 में 32, वर्ष 2023-24 में 27 व इस साल नवंबर तक 18 लोगों सहित इस पूरी अवधि में 99 लोगों की मौत हुई. बिलासपुर जिला में वर्ष 2021-22 में 35, वर्ष 2022-23 में 36, वर्ष 2023-24 में 54 व नवंबर 2024 तक कुल 37 लोगों की जान गई. कुल 162 लोगों को काल का शिकार होना पड़ा.

मैदानी जिला ऊना में वर्ष 2021-22 में 100 लोगों की जान गई. वर्ष 2022-23 में 88, वर्ष 2023-24 में 84 व अप्रैल से नवंबर 2024 तक 71 लोगों सहित कुल 343 लोगों ने प्राणों से हाथ धोया. कांगड़ा जिला में सबसे अधिक मौतें दर्ज की गई. यहां वर्ष 2021-22 में 169, वर्ष 2022-23 में 156, वर्ष 2023-24 में 114 व अप्रैल 2024 से नवंबर तक 121 लोगों ने प्राण गंवाए. कुल मौत का आंकड़ा 560 दर्ज किया गया. चंबा जिला में वर्ष 2021-22 में 85, वर्ष 2022-23 में 73, वर्ष 2023-24 में 55 व अप्रैल 2024 से नवंबर तक 64 लोगों की जान गई. कुल मौत का आंकड़ा 277 रहा. यानी प्रदेश के सभी जिलों में वर्ष 2021-22 से इस साल नवंबर 2024 तक कुल 3643 लोगों की जान गई.

हिमाचल में तीन साल में 1864 ब्लैक स्पाट चिन्हित

हिमाचल मे तीन साल में 1864 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए. इस समय राज्य में 717 ब्लैक स्पॉट हैं. इन ब्लैक स्पॉट्स पर तीन साल की अवधि में कुल 395 लोगों ने जान गंवाई. ब्लैक स्पॉट सुधारने के लिए 2024-25 में 15.62 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.

ये भी पढ़ें: 824 करोड़ खर्च कर अफसरों व कर्मियों को संशोधित वेतनमान एरियर की दो किश्तें अदा, वित्तीय स्थिति मजबूत होते ही दिया जाएगा डीए

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