बाड़मेर : जिले में कर्ज में डूबे एक मजदूर की आत्महत्या करने की घटना सामने आई है. मजदूर रविवार को नैनवा गांव में पानी की किल्लत को लेकर ग्रामीणों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुआ था, लेकिन दोपहर बाद वह प्रदर्शन से अचानक गायब हो गया और रात में घर नहीं लौटा था. सोमवार को उसका शव जिले के रीको थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिला.
रीको थानाधिकारी मनोज कुमार के मुताबिक रीको थाना क्षेत्र में सोमवार को उतरलाई रोड के पास रेलवे ट्रेक पर एक व्यक्ति का शव मिला था. इसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. सूचना मिलने पर परिजन पहुंचे और शव की पहचान जालाराम के रूप में की. मृतक के भाई भैराराम ने बताया कि नैनवां का निवासी 45 वर्षीय उसका भाई जालाराम मजदूरी करता था. उसने बैंक और समूहों से कर्ज ले रखा था. इस कर्ज की परेशानी से वह मानसिक तौर पर प्रताड़ित था. इससे तंग आकर उसने यह कदम उठाया है.
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एक दिन पहले प्रदर्शन से हुआ था गायब : भैराराम ने बताया कि जालाराम रविवार को अपने गांव नैनवा में पानी की किल्लत को लेकर ग्रामीणों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुआ था, लेकिन दोपहर बाद वह प्रदर्शन से अचानक गायब हो गया. इसके बाद जब वह रात को घर नहीं लौटा तो इधर-उधर उसकी तलाश की गई, इसी बीच सोमवार को सूचना मिली थी जालाराम ने खुदकुशी कर ली है. भैराराम ने बताया कि मृतक जालाराम के 2 बेटे और 4 बेटियां हैं. उनमे सबसे बड़ा बेटा 16 साल का और छोटा 6 साल का है. कर्ज की वजह से 6 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया. इस घटना के बाद से परिवार में मातम पसरा हुआ है.