जालोर: जिला मुख्यालय पर शनिवार को माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय माध्यमिक और प्रारंभिक का निरीक्षण किया. इस दौरान जाट ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करें. वो चाहे पेंशन प्रकरण हों, अनुकम्पा नियुक्ति हो या ऑडिट पैराज हों. लंबित प्रकरणों के निस्तारण में कोताही और लापरवाही स्वीकार नहीं होगी. साथ ही मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गंगा कलावंत और जिला शिक्षा अधिकारी भैराराम चौधरी द्वारा तृतीय श्रेणी शिक्षक के स्थायीकरण आदेश जारी किए.
जिला शिक्षा अधिकारी भैराराम चौधरी ने बताया कि शनिवार को माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक और सीताराम जाट जालोर पहुंचे और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय माध्यमिक और प्रारंभिक का निरीक्षण किया. जाट ने कहा कि लंबित एवं पेंशन प्रकरण, अवकाश प्रकरण, अनुकंपा नियुक्ति, ऑडिट पैराज समेत अन्य आवश्यक बिंदुओं पर बकाया कार्य समयबद्ध रूप से निस्तारित करें. शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी एक प्लानिंग के तहत कार्य करते हुए लंबित प्रकरणों का शत प्रतिशत निस्तारण करें.
माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय का निरीक्षण दल एक दिन पहले शुक्रवार को ही जालोर पहुंच गया था. कार्यालय में कार्यरत शाखा के अधिकारी व कर्मचारियों से लंबित प्रकरणों की विस्तार से जानकारी ली. निरीक्षण दल में सहायक निदेशक रमेश हुरकट, सहायक लेखा अधिकारी नितेश फुलवरिया, सहायक प्रशासनिक अधिकारी राजेश गहलोत और वरिष्ठ सहायक राकेश बुढ़िया शामिल थे. कार्यालय निरीक्षण के दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गंगा कलावंत, जिला शिक्षा अधिकारी भैराराम चौधरी, एडीपीसी ईश्वर सिंह, एडीईओ माध्यमिक नरेन्द्र कुमार, एडीईओ मोहनलाल परिहार समेत कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
पढ़ें: प्रारंभिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों के माध्यमिक शिक्षा में समायोजन पर रेट ने लगाई रोक
कार्यालय परिसर में किया पौधरोपण: निदेशक जाट ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रारंभिक में पौधारोपण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर विद्यालय में अधिक से अधिक पौधारोपण करना सुनिश्चित करें. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी भैराराम चौधरी ने माध्यमिक एवं प्रारंभिक कार्यालय द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के बारे में निदेशक को अवगत कराया. पुराने दस्तावेजों के निस्तारण की बात कही. जाट ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय माध्यमिक और प्रारंभिक में रखे पुराने दस्तावेजों के निस्तारण की बात कही.