पटना: शहद एक ऐसा चीज है जिसका नाम सुनते ही मुंह में मिठास घुल जाती है. कई लोग इसका रोजाना सेवन भी करते हैं. ऐसे में शहद खाने के फायदे क्या है इसके बारे में गार्डिनर अस्पताल के अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने खास जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शहद बहुत अच्छा न्यूट्रिटिव चीज है, लेकिन प्रॉब्लम यह है कि आज के समय में कहना बहुत मुश्किल है कि कौन सा ब्रांड अच्छा है.
इस मौसम में कम खाएं शहदः उन्होंने बताया कि पहले के जमाने में मधुमक्खियों के द्वारा तैयार किए गए शहद होते थे वह बेहद फायदेमंद होते थे. शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं. इसमें विटामिन A, B, C, मैग्निशियम, कैलशियम, पोटैशियम के साथ कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद है. ठंड के मौसम में एक चम्मच प्रतिदिन शहद खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है. कई बीमारियों से रक्षा करती है. गर्मी के दिनों में इसकी मात्रा कम कर देनी चाहिए.
शुगर के मरीज करें परहेजः डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि, ''दुकानों में बिकने वाले अधिकांश शहद को कम चिपचिपा और फिल्टर करने में आसान बनाने के लिए हीटिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. बाजार से खरीदा हुआ शहद को इस कंडीशन में प्रतिदिन खाना ठीक नहीं है लेकिन जो लोग खा रहे हैं वह कम मात्रा में खाएं. शहद हर लोगों को खाना चाहिए यह बेहद फायदेमंद चीज है. शुगर पेशेंट को इससे परहेज करना चाहिए.''
शहद खाने के फायदेः इसका सेवन करने वाले लोगों की इम्यूनिटी मजबूत होती है. सर्दी जुकाम से निजात दिलाता है. बच्चों को इसलिए शहद दी जाती है. सब डाइजेशन को भी दुरुस्त करता है. पेट से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करता है. अगर रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ शहद खाते हैं तो चर्बी को भी काम करता है. स्किन को मुलायम रखने में भी बहुत गुणकारी है और नींद भी अच्छी आती है.
शुद्ध शहद खराब नहीं होताः डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने आगे बताया कि शुद्ध शहद की कभी कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है. शुद्ध शहद में नमी ना के बराबर होती है. इसलिए इसमें जीवाणु पनप नहीं पाते हैं. जिस कारण से शुद्ध शहद लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं.
इसलिए खराब नहीं होता है शहदः शहद को मधुमक्खियां छाता लगा करके इकट्ठा करती है. वह फूलों से रस को चूस कर अपने शरीर में एकत्रित करती है. फिर उस छाता में लाकर उसको छोड़ती है. मधुमक्खियां के शरीर में ग्लूकोज ऑक्सीडेंज एंजाइम बनता है. शहद बनाने की प्रक्रिया के दौरान यह एंजाइम इसमें मिल जाता है. एंजाइम इसमें बैक्टीरिया पैदा होने से रोकता है. यह खराब नहीं होता है.
बाजार के शहद में शुद्धता की गारंटी नहींः उन्होंने आगे बताया कि अगर शहद खराब हो रहा है तो वह बाजार से खरीदा हुआ रहता है. बाजार से खरीदा हुआ शहद पर एक एक्सपायरी डेट लिखी रहती है क्योंकि उसमें कई तरह की चीज मिलाई जाती है. यह शुद्ध नहीं होता है.
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