पटनाः भाग दौड़ भरी आधुनिक जीवन शैली में रात में सोने और सुबह उठने का समय काफी लोगों के पास फिक्स नहीं है. लोग ड्यूटी के बाद रात में घर जाते हैं और बिस्तर पर मोबाइल चलाते रहते हैं. देर रात तक जागते हैं और सुबह देर से उठते हैं. लेकिन यह जीवन शैली सेहत के लिए नुकसानदायक है. ऐसा माना जाता है कि सूर्योदय के बाद जगने से शरीर में थकावट, आलस बनी रहती है. दिन भर काम करने में मन नहीं लगता है.
उठने का सही समयः पटना के पतंजलि वैलनेस सेंटर के वैद्य नितेश कुमार बताते हैं कि सुबह उठने का सही समय ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सूर्योदय के बीच का है. ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले शुरू हो जाता है. ब्रह्म मुहूर्त में उठने से मन पूरा हल्का होता है और आप पूरी तरह से फ्रेस महसूस करते हैं.
सूर्य का दर्शन से विटामिन डी मिलेगीः सुबह उठने के बाद सूर्योदय के समय बाहर निकाल कर सूर्य का दर्शन करें. इससे शरीर में विटामिन डी की कमी दूर होती है. इसके अलावा आधे घंटे भी योग करते हैं तो शरीर निरोग बना रहता है. आप चाहे तो व्यायाम भी कर सकते हैं. इसके अलावा टहल सकते हैं.
"सूर्योदय से पहले हर हाल में व्यक्ति को बिस्तर छोड़ देना चाहिए. इससे शरीर दिन भर ताजगी की अनुभूति करता है. जो व्यक्ति सुबह जल्दी उठना है. उसके लिए जीवन में टाइम मैनेजमेंट आसान हो जाता है." - नितेश कुमार, पतंजलि वैलनेस सेंटर
सुबह उठने से समझने की शक्ति बेहतरः सुबह उठकर टहलने से शरीर को काफी फायदा होता है. क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सूर्योदय के बीच हवा सबसे साफ होती है. ताजी साफ हवा शरीर में जब जाती है तो शरीर ऊर्जा से भर जाता है. ताजी हवा में सांस लेने से दिमाग में रक्त का संचार बढ़ता है जिससे कुछ भी बातों को याद करने उसे पर विचार करने और समझने की शक्ति बेहतर हो जाती है.
रात 11 से पहले सो जाएंः नितेश कुमार ने बताया कि सोने का भी समय होता है. रात 11:00 से पहले हर हाल में सो जाना चाहिए. इससे शरीर का बॉडी क्लॉक मेंटेन रहता है. देर से सोने और देर से उठने वाले व्यक्ति को कब्ज की बड़ी शिकायत होती है. इसके कारण शरीर में कई बीमारियां घर कर जाती हैं. शरीर में विटामिन डी की कमी भी हो जाती है जिसके कारण जोड़ों में दर्द और अन्य परेशानियां बढ़ जाती हैं.
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