पथानामथिट्टा (केरल): पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक व्यक्ति को केरल में अकल्पनीय पीड़ा का सामना करना पड़ा. कुछ दिन पहले एक स्थानीय व्यक्ति ने पथानामथिट्टा जिले के रन्नी में नाले में कुछ हिलता हुआ देखा, लेकिन उस समय उसने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. पांच दिन बाद उसे फिर नाले में उसी जगह कुछ हिलता हुआ दिखा. इसके बाद उसने स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी दी.
मौके पर पहुंचे कई लोगों ने संभावना जताई कि यह नाले में फंसा हुआ अजगर हो सकता है. स्थानीय लोगों का कहना था कि उन्होंने अजगर के रेंगने की आवाज सुनी थी. फिर लोगों ने सोचा कि अगर कोई अजगर नाले में गिर गया है, तो उसे बचाया जाना चाहिए.
उन्होंने ग्राम पंचायत अध्यक्ष प्रकाश सहित अन्य ग्रामीणों को बुलाया और बचाव अभियान शुरू किया. जब लोगों ने रेस्क्यू शुरू किया तो नाले में पड़े आदमी को देख दंग रह गए. ग्रामीणों ने उसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला. भीड़ को देखकर व्यक्ति डरा हुआ लग रहा था. हालांकि, स्थानीय लोगों ने उससे बात की और पता चला कि वह केरल का रहने वाला नहीं है, क्योंकि वह हिंदी बोल और समझ रहा था.
भीड़ का सामना करने में अपनी घबराहट के बावजूद वह उनके सवालों का जवाब दे रहा था. पूछताछ में पता चला कि वह बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले का रहने वाला है. व्यक्ति केरल कैसे पहुंचा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है. उसने बताया कि पिता-माता के साथ उसका परिवार है. व्यक्ति ने पांच दिन बिना भोजन के बिताए और केवल नाले का गंदा पानी पीकर जीवित रहा.
स्थानीय लोगों ने नहलाया और खाना खिलाया...
वहीं, नाले से बाहर निकालने के बाद स्थानीय लोगों ने उसे नहलाया और खाना खिलाया. पंचायत अध्यक्ष प्रकाश ने कहा, "हमने उसे खाना दिया. वह पिछले पांच दिनों से नाले में रह रहा था, केवल उसमें बहने वाले गंदे पानी को पी रहा था. यह बहुत दुखद है. हमें संदेह है कि वह मानसिक रूप से कमजोर हो सकता है." उन्होंने कहा कि व्यक्ति को एक चैरिटी संस्था में शिफ्ट किया जा रहा है.
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