गया: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए. ज़िले के महकार गांव में स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से सरकार के इकबाल पर सवाल उठता है. घटना पॉश इलाके में हुई जहां पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी. ऐसे स्थान पर एक बड़े व्यक्ति की हत्या होती है तो सरकार की कार्यशाली और विधि व्यवस्था पर सवाल खड़े हो सकते हैं.
''सरकार को चाहिए की गंभीरता से इस कांड को लेते हुए पूरे मामले का खुलासा करे, महाराष्ट्र सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई भी करेगी, ऐसी हमें पूरी उम्मीद है, बाबा सिद्दीकी जिंदा दिल नेता थे, बिहार का उन्होंने नाम रोशन किया, अपने राज्य से उनका लगाव हमेशा रहा.''- जीतनराम मांझी, केंद्रीय मंत्री
बिहार से ताल्लुक़ रखने वाले एनसीपी के बड़े लीडरान में शामिल बाबा सिद्दीकी साहब के क़त्ल की ख़बर बेहद ग़मज़दा कर देने वाली है।वह एक ज़िन्दादिल इंसान थें।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) October 12, 2024
पाक परवरदिगार से दरखास्त है कि उन्हें जन्नत-उल-फ़िरदौस में उंचा मुकाम दें और उनके चाहने वालों को सब्र अता करें।@Dev_Fadnavis…
'महाराष्ट्र सरकार सख्त कार्रवाई करे' : मांझी ने कहा दुःख की घड़ी में हम उनके परिवार के साथ हैं. उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं. बाबा को स्वर्ग में जगह मिले, महाराष्ट्र की सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए. बता दें कि बाबा सिद्दीकी पर कई राउंड फायरिंग की गई थी. गोली लगने के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल लाया गया जहां उनकी मौत हो गई. रविवार को बाबा सिद्दीकी को दफनाया गया.
बिहार से रहा है बाबा सिद्दीकी का नाता : बाबा सिद्दीकी गोपालगंज के रहने वाले थे. उनका पैतृक गोपालगंज के मांझा के शेखपुरा टोला के रहने वाले थे. बचपन में ही पिता के साथ मुंबई चले गए और फिर सांसद विधायक और फिर महाराष्ट्र के मंत्री बने थे. फिलहाल कांग्रेस को छोड़कर NCP (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे. पुलिस इसे राजनीतिक हत्या की साजिश के एंगल से भी जांच कर रही है.
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