जयपुर. लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी-कांग्रेस समेत सभी दलों के दिग्गज नेताओं के दौरे तेज हो गए हैं. इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आज राजस्थान दौरे पर आ रहे हैं. लोकसभा के चुनावी समर में सियसी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. राजस्थान में भी लोकसभा का सियासी संग्राम अब तेज हो गया है. पहले चरण के मतदान के लिए अब महज 8 दिन ही शेष हैं. ऐसे में जनता को लुभाने के लिए सभी प्रत्याशी और पार्टी प्रचारक अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं.
कांग्रेस के गढ़ में मोदी की सभा: 2008 के बाद अस्तित्व में करौली- धौलपुर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने जा रहा है. इस सीट के लिए भाजपा महिला और नए चेहरे पर दांव खेलते हुए इंदु देवी जाटव को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे भजनलाल जाटव को प्रत्याशी बनाया है. करौली - धौलपुर सीट की बात करें तो इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें बसेड़ी , बाड़ी, धौलपुर, राजाखेड़ा, टोडाभीम, हिंडौन, करौली , सपोटरा विधानसभा सीट शामिल है. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 2, कांग्रेस ने 5 और बीएसपी ने 1 सीट जीती थी. ज्यादातर गैर-बीजेपी नेता भारी अंतर से जीते. ऐसे में ये सीट भाजपा के बड़ी चुनौती वाली है. यही वजह है कि पीएम मोदी करौली सभा के जरिए न केवल करौली - धौलपुर लोकसभा सीट को सजा देंगे बल्कि उसके आसपास वाली पूरी राजस्थान के अंदर सीटों पर भी प्रभाव डालने की कोशिश होगी.
राहुल की 2 चुनावी सभा: राहुल गांधी आज राजस्थान में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे. राहुल की पहली रैली अनूपगढ़ में गोविंद राम मेघवाल के समर्थन में होगी तो वहीं दूसरी सभा जोधपुर के फलोदी में होगी. राहुल गांधी की लोकसभा चुनाव के रण में राजस्थान में पहली सभा होगी. इन दो चुनावी सभाओं के जरिए राहुल गांधी श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और पाली लोकसभा सीट के वोटरों के नब्ज को भापेंगे. बता दें कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर दो चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण में 19 अप्रैल को 12 सीटों और 26 अप्रैल को 13 सीटों पर वोटिंग होगी. इस चुनाव में राज्य की 25 सीटों पर बीजेपी जीतने का दावा कर रही है. वहीं, कांग्रेस इस बार जीत का खाता खोलने की कोशिश में जुटी है. पिछले चुनावों की बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं 2019 में 24 सीटों पर जीत हासिल की थी. एक सीट पर हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल ने बाजी मारी थी. उस चुनाव में बेनीवाल एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे. इस बार बेनीवाल इंडिया गठबंधन में शामिल हो गए हैं.