मुजफ्फरपुर: ब्रिटेन के आम चुनाव में इस बार भारतीय मूल के 29 सांसदों ने अपना परचम लहराया है. कनिष्क नारायण महज 33 साल के युवा सांसद हैं जिनका ताल्लुक बिहार से है. बिहार के मुजफ्फरपुर के लाल कनिष्क नारायण ने ब्रिटेन में अपने नाम का डंका बजा दिया है. कभी मुजफ्फरपुर शहर की गलियों में घूमने वाले कनिष्क अब ब्रिटेन में सांसद बन गए है. उनके इस सफर ने विदेशी धरती पर बिहार का और मुजफ्फरपुर का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.
33 साल में बने सांसद: दरअसल, ब्रिटेन के संसदीय चुनावों में 33 वर्षीय कनिष्क नारायण ने जीत हासिल की है. वे वेल्स के पहले अल्पसंख्यक सांसद चुने गए हैं. कनिष्क का परिवार मुजफ्फरपुर के दामुचक मोहल्ले के सोंधों हाउस में रहता है. उनके चाचा जयंत कुमार एसकेजे लॉ कॉलेज, गन्नीपुर के निदेशक हैं और चचेरी बहन बर्फी और रॉकस्टॉर फेम बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री श्रेया नारायण हैं.
मुजफ्फरपुर से की पढ़ाई: इस संबंध में कनिष्क के चाचा ने बताया कि उनकी शुरुआती पढ़ाई मुजफ्फरपुर के प्रभात तारा स्कूल से हुई है. तीसरी कक्षा की पढ़ाई के बाद वे अपनी मां चेतना सिन्हा और पिता संतोष कुमार के साथ नई दिल्ली चले गए. वहां से उन्होंने एपीजे स्कूल से हाई स्कूल तक की पढ़ाई की. 12 वर्ष की उम्र में वे अपने मां-पिता के साथ इंग्लैंड के वेल्स में चले गये. चेतना व संतोष वेल्स के कार्डिफ में सॉलिसीटर हैं.
"भतीजे के सांसद चुने जाने से पूरा भारत गर्व महसूस कर रहा है. उसने बिहार का भी मान बढ़ाया है. कनिष्क का जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ था. तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई भी शहर से पूरी कर कनिष्क के पिता संतोष कुमार और मां चेतना सिन्हा एसकेजे लॉ कॉलेज से पढ़ाई पूरी कर दिल्ली चले गए. इसलिए कनिष्क आगे की पढ़ाई दिल्ली से हुई. जब वे 12 साल के थे तो माता-पिता के साथ लंदन चले गए."- जयंत कुमार, कनिष्क के चाचा
पीएम के आर्थिक सलाहकार भी रह चुके: कनिष्क ने ऑक्सफोर्ड और स्टेनफोर्ड जैसे विश्वविद्यालय से फिलॉस्फी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स के अलावा बिजनेस में मास्टर्स डिग्री हासिल करने के बाद सिविल सेवक रह चुके हैं. वे इंग्लैंड के बैरी में रहते हैं. वे डेविड कैमरून सरकार में प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार भी रह चुके हैं.
"कनिष्क मुजफ्फरपुर के बाद दिल्ली चले गए वहां उन्होंने हाई स्कूल तक की पढ़ाई की. फिर 12 वर्ष की उम्र में वे अपने मां-पिता के साथ इंग्लैंड के वेल्स में चले गये. वहां वह काफी समय तक सिविल सेवक भी रहे. वहीं, अब 33 साल की उम्र में वह ब्रिटेन के सांसद बन गए है." - जयंत कुमार, कनिष्क के चाचा
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