कोटा. मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी एक छात्रा के अपहरण के मामले में नया मोड़ आया है. पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा कोटा में पढ़ती ही नहीं थी और न ही वो यहां किसी हॉस्टल या पीजी में रहती थी. वहीं, छात्रा का पिता का कहना है कि छात्रा बीते साल अगस्त महीने में कोचिंग करने के लिए कोटा आई थी. इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात की है और इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया है.
कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा कोटा में पढ़ने के संबंध में पिता को रोज एक मैसेज भेज रही थी. इसमें कोचिंग के अटेंडेंस का मैसेज था. साथ ही टेस्ट में नंबर आने का मैसेज भी उसके पिता को दिया जा रहा था. इसके चलते उसके पिता यह समझ रहे थे कि ये बेटी के कोचिंग संस्थान से मैसेज मिल रहा है जबकि छात्रा ही दूसरे नंबर से अपने पिता को यह जानकारी दे रही थी. बता दें कि, मध्य प्रदेश निवासी 21 वर्षीय छात्रा को उसके पिता के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति ने फोटो भेजा, जिसमें बेटी के हाथ, पैर और मुंह बंधे हुए थे. साथ ही बेटी के अकाउंट नंबर पर ही 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है.
कई जगह पर भेजी गई है टीम : एसपी डॉ. दुहन का कहना है कि वह जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा करेंगी. छात्रा को दस्तयाब करने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. उनका कहना है की माता-पिता के बताए गए कई फैक्ट अभी क्लियर नहीं हो पाए हैं, उनकी पुष्टि कोटा में नहीं हुई है. उन्होंने लड़की के बारे में जानकारी देने और खोजबीन करने वाले व्यक्ति को 20 हजार रुपए का इनाम देने की बात कही है.
पिता बोले- रोज करती थी बात : बालिका के पिता ने कोटा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि उनकी बेटी को इंदौर में भी एक लड़का परेशान कर रहा था. इसके बाद उसे 6 महीने घर पर ही शिवपुरी रखा था. बाद में कोटा एडमिशन के लिए भेजा गया था. पिता ने यह भी कहा कि बेटी रोज परिवार के सदस्यों से बात कर रही थी. यहां तक कि वो कहती थी कि कोटा में कोचिंग अच्छी चल रही है. छात्रा के परिजन कोटा में ही डेरा जमाए हुए हैं. किराड़ और धाकड़ समाज के लोगों ने आज कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड़, एसपी सिटी डॉ. अमृता दुहन, एडीएम सिटी बृजमोहन बैरवा सहित आला अधिकारियों से मुलाकात की है. साथ ही इस पूरे मामले में जल्द से जल्द खुलासे की मांग की है.
सिंधिया ने किया सीएम भजनलाल को फोनः इस पूरे मामले पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात की है और इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया है.