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'हेमा यादव को ट्रांसफर की गई जमीन', चिट्ठी में राबड़ी देवी का नाम, ED का बड़ा खुलासा

Land For Job Scam: रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी ने कई बड़े खुलासे किए हैं. लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के पूर्व कर्मचारी ने नौकरी के बदले जमीन हासिल की, जिसे लालू की बेटी हेमा यादव को हस्तांतरित कर दिया. जानें ईडी ने क्या-क्या खुलासे किए हैं.

राबड़ी के गौशाला का पूर्व कर्मचारी भी बन गया रईस
राबड़ी के गौशाला का पूर्व कर्मचारी भी बन गया रईस
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 30, 2024, 1:58 PM IST

Updated : Jan 30, 2024, 3:26 PM IST

पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में ईडी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस खुलासे के अनुसार लालू राबड़ी ने तो घोटाला कर काला धन और संपत्ति अर्जित की ही लेकिन उनके गौशाला में काम करने वाला भी पीछे नहीं है. वह भी नाजायज जमीन से अमीर बन गया.

लैंड फॉर जॉब स्कैम में घिरी लालू एंड फैमिली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 8 जनवरी 2024 को अमित कात्याल, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, हृदयानंद चौधरी और दो कंपनियों एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत अभियोजन शिकायत (पीसी) दर्ज की है.

ईडी का प्रेस रिलीज
ईडी का प्रेस रिलीज

राबड़ी के गौशाला का पूर्व कर्मचारी भी बन गया धन्ना सेठ:पीसी में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी को भी आरोपी बनाया गया है जो राबड़ी देवी की गौशाला में एक पूर्व कर्मचारी हैं, जिन्होंने एक उम्मीदवार से संपत्ति अर्जित की थी. बाद में उसे हेमा यादव को हस्तांतरित कर दिया था. कंपनियां एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड फर्जी कंपनियां थीं, जिन्हें लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों के लिए अपराध से प्राप्त धन प्राप्त हुआ था.

9 फरवरी को दिल्ली में होगी पूछताछ: भूमि के बदले नौकरी घोटाले में विशेष न्यायालय ने 27 जनवरी 2024 को पीसी का संज्ञान लिया और आरोपी व्यक्तियों को आगे की सुनवाई के लिए 9 फरवरी 2024 को उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है.

रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प की नियुक्ति में भ्रष्टाचार: ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 2004-2009 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प की नियुक्ति के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त थे. एफआईआर के अनुसार उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत के रूप में जमीन हस्तांतरित करने के लिए कहा गया था. सीबीआई ने आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया है.

मुश्किल में लालू परिवार: ईडी ने प्रेस नोट में कहा है कि लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्य पीसी में आरोपी बनाए गए राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव को उम्मीदवारों के परिवार से (जिन्हें भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प के रूप में चुना गया था) मामूली रकम पर जमीन के पार्सल मिले थे.

2024 के अंत तक एक पूरक आरोप पत्र : इधर नौकरी के बदले जमीन घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली की राउज एवेन्यू को सूचित किया कि वह फरवरी 2024 के अंत तक एक पूरक आरोप पत्र दायर करने वाली है. वहीं, मामले में ईडी ने प्रेस नोट जारी कर लालू परिवार पर कई आरोप लगाए हैं. ईडी के प्रेस नोट के मुताबिक, ''राबड़ी देवी की गौशाला के पूर्व कर्मचारी (हृदयानंद चौधरी) ने भी नौकरी के बदले जमीन ली थी, जिसे लालू यादव की बेटी हेमा यादव को ट्रांसफर किया गया दिया था.''

ईडी की कार्रवाई: इससे पहले, ईडी ने 10 मार्च 2023 को तलाशी अभियान चलाया था जिसमें नकदी जब्त की गई थी. लगभग 1 करोड़ नकद और 1.25 करोड़ की अचल संपत्ति भी कुर्क की है. 29 जुलाई 23 को 6.02 करोड़ की अचल संपत्ति अटैच की थी. ईडी ने जानबूझकर लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करने के आरोप में अमित कात्याल को 11 नवंबर 2023 को गिरफ्तार किया था. अमित कत्याल ज्यूडिशियल में हैं.

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पटना में हलचल तेज, राबड़ी आवास पहुंचे ईडी अधिकारी, लिफाफा देकर वापस लौटे

पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में ईडी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस खुलासे के अनुसार लालू राबड़ी ने तो घोटाला कर काला धन और संपत्ति अर्जित की ही लेकिन उनके गौशाला में काम करने वाला भी पीछे नहीं है. वह भी नाजायज जमीन से अमीर बन गया.

लैंड फॉर जॉब स्कैम में घिरी लालू एंड फैमिली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 8 जनवरी 2024 को अमित कात्याल, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, हृदयानंद चौधरी और दो कंपनियों एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत अभियोजन शिकायत (पीसी) दर्ज की है.

ईडी का प्रेस रिलीज
ईडी का प्रेस रिलीज

राबड़ी के गौशाला का पूर्व कर्मचारी भी बन गया धन्ना सेठ:पीसी में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी को भी आरोपी बनाया गया है जो राबड़ी देवी की गौशाला में एक पूर्व कर्मचारी हैं, जिन्होंने एक उम्मीदवार से संपत्ति अर्जित की थी. बाद में उसे हेमा यादव को हस्तांतरित कर दिया था. कंपनियां एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड फर्जी कंपनियां थीं, जिन्हें लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों के लिए अपराध से प्राप्त धन प्राप्त हुआ था.

9 फरवरी को दिल्ली में होगी पूछताछ: भूमि के बदले नौकरी घोटाले में विशेष न्यायालय ने 27 जनवरी 2024 को पीसी का संज्ञान लिया और आरोपी व्यक्तियों को आगे की सुनवाई के लिए 9 फरवरी 2024 को उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है.

रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प की नियुक्ति में भ्रष्टाचार: ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 2004-2009 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प की नियुक्ति के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त थे. एफआईआर के अनुसार उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत के रूप में जमीन हस्तांतरित करने के लिए कहा गया था. सीबीआई ने आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया है.

मुश्किल में लालू परिवार: ईडी ने प्रेस नोट में कहा है कि लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्य पीसी में आरोपी बनाए गए राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव को उम्मीदवारों के परिवार से (जिन्हें भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के विकल्प के रूप में चुना गया था) मामूली रकम पर जमीन के पार्सल मिले थे.

2024 के अंत तक एक पूरक आरोप पत्र : इधर नौकरी के बदले जमीन घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली की राउज एवेन्यू को सूचित किया कि वह फरवरी 2024 के अंत तक एक पूरक आरोप पत्र दायर करने वाली है. वहीं, मामले में ईडी ने प्रेस नोट जारी कर लालू परिवार पर कई आरोप लगाए हैं. ईडी के प्रेस नोट के मुताबिक, ''राबड़ी देवी की गौशाला के पूर्व कर्मचारी (हृदयानंद चौधरी) ने भी नौकरी के बदले जमीन ली थी, जिसे लालू यादव की बेटी हेमा यादव को ट्रांसफर किया गया दिया था.''

ईडी की कार्रवाई: इससे पहले, ईडी ने 10 मार्च 2023 को तलाशी अभियान चलाया था जिसमें नकदी जब्त की गई थी. लगभग 1 करोड़ नकद और 1.25 करोड़ की अचल संपत्ति भी कुर्क की है. 29 जुलाई 23 को 6.02 करोड़ की अचल संपत्ति अटैच की थी. ईडी ने जानबूझकर लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करने के आरोप में अमित कात्याल को 11 नवंबर 2023 को गिरफ्तार किया था. अमित कत्याल ज्यूडिशियल में हैं.

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Last Updated : Jan 30, 2024, 3:26 PM IST
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