जयपुर. जल जीवन मिशन के टेंडरों में गड़बड़ी के आरोपों की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूर्व पीएचईडी मंत्री महेश जोशी को नोटिस जारी कर गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. इस बीच महेश जोशी की तबीयत बिगड़ने के कारण वे आज भी ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश नहीं हो सके. महेश जोशी किसी पारिवारिक काम से दिल्ली गए थे, जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. इसके कारण उन्हें उपचार के लिए दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. घबराहट और सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. बताया जा रहा है कि आज महेश जोशी की एंजियोग्राफी होगी. ऐसे में वे आज भी पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष पेश नहीं हो पाए.
जल जीवन मिशन के हजारों करोड़ रुपए के टेंडरों में गड़बड़ी के आरोपों की जांच कर रही ईडी ने 16 मार्च को पूर्व मंत्री महेश जोशी को नोटिस देकर 18 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए. उनका कहना था कि ईडी ने दो दिन का समय देकर पूछताछ के लिए बुलाया और दस्तावेजों की लंबी फेहरिस्त भेजी. यह दस्तावेज पूछताछ के समय उन्हें साथ लेकर जाने थे. उन्होंने कहा था कि ये सभी दस्तावेज जुटाने के लिए उन्होंने ईडी के अधिकारियों को पत्र लिखकर 15 दिन की मोहलत मांगी थी.
गहलोत के मंत्री रहे इन नेताओं पर ईडी का शिकंजा : पूर्व पीएचईडी मंत्री डॉ. महेश जोशी जेजेएम के कथिच घोटाले के मामले में ईडी के निशाने पर हैं, जबकि पोषाहार घोटाले के मामले में पूर्व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव पर भी ईडी ने शिकंजा कसा था. लोकसभा चुनाव से पहले राजेंद्र सिंह यादव ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है. महेश जोशी की भी भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रहीं थीं. इसके अलावा अशोक गहलोत के बेटे पर फेमा कानून (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के उल्लंघन के आरोपों की भी ईडी जांच कर रही है.