शिवहर: बिहार के बाहुबली नेता पप्पू यादव को लेकर सबसे अधिक चर्चा हो रही है. गुरुवार को उन्होंने पूर्णिया से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया. इसपर कांग्रेस ने साफ कर दिया कि वो पप्पू यादव पर कार्रवाई नहीं करेगी लेकिन महागठबंधन के प्रत्याशी का समर्थन करेगी. इस पर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने हमला करते हुए कांग्रेस को निरीह प्राणी करार दिया है.
'पप्पू यादव का करियर बर्बाद कर दिया'- आनंद मोहन: निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पप्पू यादव के नामांकन पर तंज कसते हुए आनंद मोहन ने कहा कि क्या उनके नामांकन करने के बाद कांग्रेस ने कोई कार्रवाई की? बिहार में कांग्रेस ने खुदको अप्रासंगिक बना ली है. पप्पू यादव की पार्टी का विलय कराया तो आज स्टैंड लेने की हिम्मत क्यों नहीं दिखा रही है? बेचारे पप्पू यादव का सबने मिलकर करियर बर्बाद कर दिया.
"लालू जी पुत्र मोह में नहीं चाहते हैं कि बिहार में कोई युवा लीडरशिप सामने आए, जो उनके परिवार के लिए चुनौती बने. पप्पू यादव पहले से निशाने पर थे. पप्पू यादव की मूर्खता थी कि स्तुति गान में लग गए और दिवस्वप्न देखने लगे कि लालू उनको माफ कर देंगे."- आनंद मोहन, पूर्व सांसद
'लालू कोई नया लीडरशिप नहीं चाहते': आनंद मोहन ने कहा कि ठाकुर के कुआं पर मनोज झा की तरफदारी पप्पू यादव ने किया था. तभी मैं समझ गया था कि क्लास टीचर प्रिंसिपल से कुछ चाहता है. उसमें वो कामयाब नहीं हो पाए तो खुद का रोना रो रहे हैं. निर्णय के पहले सोचना चाहिए था कि आज कि बात नहीं है, दर्जनों बार लालू यादव द्वारा पप्पू यादव अपमानित हुए हैं, ठगे गए हैं. कन्हैया हो या पप्पू यादव हो या आने वाले कल में चेतन आनंद हो, लालू कोई नया लीडरशिप नहीं चाहते हैं. ये एक सोची समझी बात है, ऐसे में पप्पू यादव कहां फंसने गए थे?