कुशीनगरः जिले के एक गांव में 'नाग लोक' जैसा घर देखने को मिला है. एक घर से इतने जहरीली सांप मिले हैं, जितने एक साथ बहुत कम ही लोगों ने देखा है. यहीं नहीं सांपों के रेस्क्यू करने में वन विभाग के भी पसीने छूट गए. करीब 16 घंटे रेस्क्यू कर 100 से अधिक कोबरा सापों को निकाला गया है. फिलहाल सापों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी है.
जानकारी के मुताबिक, कुबेरनाथ थाना के अंतर्गत गांगरानी गांव निवासी फुलबदन बुधवार रात 8 बजे सोने के लिए तख्त के पास गये थे. अचानक फुलबदन को चौकी के पास एक बड़ा सांप दिखा. सांप को देखते ही वह अपनी जान बचा कर घर से बाहर भाग आए. इसके शोर मचाया, जिसे सुनकर देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ इक्कठा हो गया. परंतु अंदर जाने और सांप को पकड़ने की किसी की हिम्मत नहीं हुई. रात में ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी. सूचना पर पहुंची दो कर्मचारी सांपों को देख उल्टे पांव वापस चले गए. इसके बाद गुलेलहा निवासी सुशील मिश्रा फोन करके बुलाया गया. सुनील ने रात 10 बजे से गुरुवार दोपहर 2 बजे तक करीब 150 से अधिक सांपों का रेस्क्यू करके जिंदा निकाला.
सुशील मिश्रा ने बताया कि अभी तक एक ही बड़ा सांप पकड़ा गया है दूसरा कहीं बाहर निकल गया. सभी कोबरा सांप के बच्चे हैं. इनको अपने घर लाया हूं. इनको बाल्मिकी नगर जंगल में छोड़ दूंगा. बताया जा रहा है कि फुलबदन का मकान पक्का है लेकिन चूहों ने घर में बिल बना दिया है. इन्हीं बिलों में सांपों ने अपना घर बना रखा था और अंडे दिए थे जो अब बच्चे बन गए थे.