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500 फीट गहरे बोरवेल में गिरी लड़की, 34 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद आई बाहर, लेकिन... - GIRL DIED IN BOREWELL KUTCH

बोरवेल में घंटों फंसे रहने के चलते पीड़िता का शरीर सूज गया था, जिससे उसे बाहर निकालना काफी मुश्किल हो गया था.

GIRL DIED IN BOREWELL KUTCH
500 फीट गहरे बोरवेल में गिरी लड़की (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 24 hours ago

कच्छ: 6 जनवरी की सुबह, गुजरात के कच्छ जिले के भुज तालुका में एक दुखद घटना घटी. कांचेराई गांव में, एक 22 वर्षीय महिला, इंद्रा मीना, एक 500 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. यह घटना सोमवार सुबह करीब 6:00 बजे हुई, जिसके बाद तुरंत एक व्यापक बचाव अभियान शुरू किया गया.

बचाव अभियान 34 घंटे तक चला, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), अग्निशमन विभाग, आपदा प्रबंधन दल, सेना और स्थानीय प्रशासन सहित विभिन्न एजेंसियों ने हिस्सा लिया. इन टीमों ने इंद्रा को बचाने के लिए अथक प्रयास किए. हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद, उसे 500 फीट गहरे बोरवेल से जिंदा नहीं निकाला जा सका.

बोरवेल में घंटों फंसे रहने के कारण इंद्रा का शरीर सूज गया था, जिससे उसे बाहर निकालना काफी मुश्किल हो गया था. बचाव दल अंततः उसे निकालने में सफल रहा, लेकिन दुर्भाग्य से, वह पहले ही दम तोड़ चुकी थी. इस दुखद खबर से इंद्रा के परिवार में मातम छा गया है.

आत्महत्या या साजिश की संभावना
इस घटना के पीछे की परिस्थितियों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह एक दुर्घटना थी, जबकि अन्य ने आत्महत्या या संभावित साजिश की संभावना जताई है. हालांकि, इस मामले की सच्चाई का खुलासा पोस्टमार्टम और अन्य संबंधित रिपोर्ट के आने के बाद ही होगा.

बता दें कि, राजस्थान के जयपुर के पास कोटपूतली में कुछ दिन पहले ही 150 फीट गहरे बोरवेल में 3 साल की बच्ची गीर गई थी. जिसे 10वें दिन बाहर निकाला गया. उसे बाहर निकालने के तुरंत बाद ही रेस्क्यू टीम कपड़ों में लपेटकर अस्पताल लेकर पहुंची, जहां पर डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि कर दी.

यह भी पढ़ें- पंजाब: लुधियाना में शीतला माता मंदिर में 35 किलो चांदी की चोरी, लोगों में रोष

कच्छ: 6 जनवरी की सुबह, गुजरात के कच्छ जिले के भुज तालुका में एक दुखद घटना घटी. कांचेराई गांव में, एक 22 वर्षीय महिला, इंद्रा मीना, एक 500 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई. यह घटना सोमवार सुबह करीब 6:00 बजे हुई, जिसके बाद तुरंत एक व्यापक बचाव अभियान शुरू किया गया.

बचाव अभियान 34 घंटे तक चला, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), अग्निशमन विभाग, आपदा प्रबंधन दल, सेना और स्थानीय प्रशासन सहित विभिन्न एजेंसियों ने हिस्सा लिया. इन टीमों ने इंद्रा को बचाने के लिए अथक प्रयास किए. हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद, उसे 500 फीट गहरे बोरवेल से जिंदा नहीं निकाला जा सका.

बोरवेल में घंटों फंसे रहने के कारण इंद्रा का शरीर सूज गया था, जिससे उसे बाहर निकालना काफी मुश्किल हो गया था. बचाव दल अंततः उसे निकालने में सफल रहा, लेकिन दुर्भाग्य से, वह पहले ही दम तोड़ चुकी थी. इस दुखद खबर से इंद्रा के परिवार में मातम छा गया है.

आत्महत्या या साजिश की संभावना
इस घटना के पीछे की परिस्थितियों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह एक दुर्घटना थी, जबकि अन्य ने आत्महत्या या संभावित साजिश की संभावना जताई है. हालांकि, इस मामले की सच्चाई का खुलासा पोस्टमार्टम और अन्य संबंधित रिपोर्ट के आने के बाद ही होगा.

बता दें कि, राजस्थान के जयपुर के पास कोटपूतली में कुछ दिन पहले ही 150 फीट गहरे बोरवेल में 3 साल की बच्ची गीर गई थी. जिसे 10वें दिन बाहर निकाला गया. उसे बाहर निकालने के तुरंत बाद ही रेस्क्यू टीम कपड़ों में लपेटकर अस्पताल लेकर पहुंची, जहां पर डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि कर दी.

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