कानपुर: रविवार को गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार को कानपुर स्थित उनके आवास पर लाया गया. चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर स्थित आवास पर शहीद सुधीर का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पत्नी आवृत्ति बिलखने लगी. रोते हुए कहा-वी आर प्राउड ऑफ यू सुधीर, तुमने अपनी नौकरी के लिए जो भी किया, उसके लिए मुझे तुम पर गर्व है. अब हम सब तुम्हारे बिना आखिर कैसे रहेंगे. तुम हम सबको जिंदगी भर के लिए रुला कर चले गए. भगवान से प्रार्थना है कि तुम जहां भी रहो, खुश रहो. अपना ख्याल रखना. एक पत्र लिख पत्नी आवृत्ति ने पार्थिव शरीर पर पुष्प के साथ अर्पित किया. आखिर में हाथ जोड़कर कहा कि इस लेटर को जरुर पढ़ लेना. इस दौरान मौके पर शहिद के अंतिम दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित करने को लेकर लोगों का तांता लगा रहा. सुधीर के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को चार बजे तक आवास पर रखा जाएगा.
तिरंगे में लिपटे बेटे को देख बोली मां- लाल तुम हमें काहे छोड़कर चले गए: मूलरूप से शिवली के हर किशनपुर निवासी नवाब सिंह यादव के छोटे बेटे सुधीर यादव भारतीय तटरक्षक बल में पायलट थे. बीते रविवार को पोरबंदर में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से सुधीर समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी. मंगलवार को जब शहीद सुधीर का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो परिजनों में चीख-पुकार मच गई. पिता-मां, भाई और पत्नी की आंखे नम हो गईं. शहीद सुधीर की मां राजमनि यादव ने तो अपने लाल को जैसे ही तिरंगे में लिपटा देखा तो बिलख-बिलखकर कहने लगी, लाल तुम हम सबको छोड़कर क्यो चले गए. अब हम तुम्हारे बिना कैसे रहेंगे. कोई तो हमारे लल्ला को वापस ले आओ, लाल तुम हमें काहे छोड़ कर चले गए, लाल तुम जहां भी रहना खुश रहना. मौके पर मौजूद लोग परिजनों को ढांढस बंधाते नजर आए. इस दौरान शहिद सुधीर के अंतिम दर्शन के लिए लोग घरों और छतों से उन्हें अंतिम विदाई देते हुए नजर आए.
शहिद सुधीर का पार्थिव शरीर 4 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. इसके बाद एयर फोर्स स्टेशन ले जाया जाएगा, यहां रात भर पार्थिव शरीर रखा जाएगा. अगले दिन यानी बुधवार की सुबह बलदानी सुधीर यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कानपुर देहात के शिवली हरकिशनपुरा में करीब 10:00 बजे तक पहुंचेगा. जहां पर लोग उनके अंतिम दर्शन करेंगे इसके बाद बिठूर घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा.