दिल्ली

delhi

ETV Bharat / technology

Mahindra ने इस राज्य में खोली नई क्रैश टेस्ट फेसेलिटी, बैटरी सेल अनुसंधान लैब भी शुरू

Mahindra & Mahindra ने तमिलनाडु के कांचीपुरम में दो नई परीक्षण फेसेलिटी का उद्घाटन किया है, जिसमें कई तरह के परीक्षण किए जाएंगे.

Mahindra & Mahindra's crash test facility
Mahindra & Mahindra की क्रैश टेस्ट फेसेलिटी (फोटो - Global NCAP)

By ETV Bharat Tech Team

Published : 4 hours ago

हैदराबाद: एसयूवी निर्माता कंपनी Mahindra & Mahindra ने तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित दो नई परीक्षण फेसेलिटी का उद्घाटन किया है. ये पैसिव सेफ्टी लैब (PSL), सेल रिसर्च लेबोरेटरी और बैटरी प्रोटो बिल्ड शॉप हैं, जिन पर कंपनी ने 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है.

PSL को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP) के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई और यूरोपीय NCAP मानकों के अनुपालन में क्रैश टेस्टिंग का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसके अलावा Mahindra बैटरी और सेल रिसर्च लैब बैटरी सेल, मॉड्यूल और पैक के अनुसंधान, विश्लेषण और विकास पर भी काम करेगी.

जानकारी के अनुसार पीएसएल में दो क्रैश एरिया शामिल हैं, जहां एक में 100 टन क्षमता वाला मूवेबल ब्लॉक, एक अष्टकोणीय फिल्मिंग पिट और हाई स्पीड लाइटिंग सिस्टम है, और दूसरे में 306 मीटर प्रभावी ट्रैक लंबाई वाला एक स्थिर ब्लॉक है. यह फेसेलिटी 120 किमी प्रति घंटे की गति से 4 टन तक वजन वाले वाहनों का परीक्षण करने में सक्षम है.

लैब में हो सकते हैं कई प्रकार के क्रैश परीक्षण

  • ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट
  • साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट
  • फ्लाइंग फ्लोर के साथ पोल इम्पैक्ट टेस्ट
  • रियर इम्पैक्ट टेस्ट (नियामक आवश्यकताओं और BNCAP के अनुरूप)

इसके अलावा भी लैब में हो सकते हैं ये काम

  • मूवेबल प्रोग्रेसिव डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट
  • एडवांस्ड साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट
  • फुल फ्रंटल टेस्ट (Euro NCAP के अनुपालन में)

Mahindra ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए विशेष रूप से एक विशेष क्रैश परीक्षण क्षेत्र विकसित किया गया है, जिसमें विस्तृत निरीक्षण के लिए एक निश्चित ब्लॉक और गैरेज भी शामिल हैं. इस फेसेलिटी में समर्पित तैयारी कार्यशालाएं, टियर-डाउन क्षेत्र, पेंटिंग ज़ोन और सोकिंग रूम भी शामिल हैं. महिंद्रा ने भविष्य के उन्नयन के लिए भी प्रावधान किए हैं, जिसमें कोणीय कार-टू-कार परीक्षण और रोलओवर परीक्षणों के लिए क्षमताएं जोड़ने की योजना है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details