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IIT मद्रास विकसित करेगा नेक्स्ट-जनरेशन AMOLED, OLED स्क्रीन, शुरू किया AMOLED अनुसंधान केंद्र - IIT MADRAS TO DEVELOP OLED SCREENS

IIT मद्रास ने स्मार्टफोन, टैबलेट, घड़ियों के लिए अगली-जनरेशन के AMOLED डिस्प्ले विकसित करने के लिए समर्पित एक नए अनुसंधान केंद्र का अनावरण किया है.

AMOLED Research Centre
IIT मद्रास में AMOLED अनुसंधान केंद्र (फोटो - ETV Bharat (IIT))

By ETV Bharat Tech Team

Published : Dec 23, 2024, 4:13 PM IST

Updated : Dec 23, 2024, 8:07 PM IST

चेन्नई: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) ने स्मार्टफोन, टैबलेट, घड़ियों और वियरेबल डिवाइस के लिए नेक्स्ट-जनरेशन के AMOLED डिस्प्ले डेवलप करने के लिए समर्पित एक नए अनुसंधान केंद्र का अनावरण किया है. 'AMOLED अनुसंधान केंद्र' (ARC) नामक इस राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), भारत सरकार, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और टाटा संस द्वारा फंडेंड किया गया है. इस केंद्र का उद्देश्य भारत के डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को बढ़ावा देना है.

IIT मद्रास के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में स्थित, एआरसी में 'क्लास 100' और 'क्लास 1000' रेटिंग वाला एक अत्याधुनिक क्लीनरूम है. यह एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग और कैरेक्टराइजेशन टूल्स से भी सुसज्जित है. प्रमुख निर्माण प्रणाली एक OLED क्लस्टर है, जहां विकास मापदंडों के सटीक नियंत्रण के साथ बहुपरत OLEDs को विकसित किया जा सकता है.

केंद्र में IIT मद्रास द्वारा निर्मित एक उन्नत पिक्सेल पैटर्निंग सिस्टम भी है, जो तेजी से विकास और पैटर्निंग विधियों के माध्यम से अगली-जनरेशन के AMOLED डिस्प्ले पर ध्यान केंद्रित करता है. यह उपकरणों की विशेषताओं का भी अध्ययन करता है, उनके ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक गुणों का अध्ययन करता है. इसके अतिरिक्त, यह सेंटर प्रकाश और टीवी के लिए सफेद OLED और कार्बनिक फोटोवोल्टिक उपकरणों पर काम करता है.

आईआईटी मद्रास में AMOLED रिसर्च सेंटर (एआरसी) का उद्घाटन

ARC का उद्घाटन 21 दिसंबर, 2024 को IIT मद्रास परिसर में हुआ, जिसका संचालन मीटीई के सचिव श्री एस कृष्णन ने किया. लॉन्च कार्यक्रम के दौरान, कृष्णन ने IIT मद्रास में AMOLED अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन करने पर अपनी खुशी व्यक्त की.

उन्होंने भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में केंद्र की भूमिका पर प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और टैबलेट जैसे डिजिटल उपकरणों के लिए AMOLED डिस्प्ले के निर्माण के लिए नई तकनीक विकसित करना है.

कृष्णन ने कहा कि सेंटर मोबाइल फोन के लिए OLED लाइटिंग और ओपीवी पावर स्रोतों के प्रोटोटाइप बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा. उन्होंने इनोवेशन, आत्मनिर्भरता और भारत के औद्योगिक विकास में केंद्र के योगदान पर जोर देते हुए इसे वैश्विक विनिर्माण और इनोवेशन में अग्रणी उत्प्रेरक के रूप में देखा.

IIT मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी ने भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग को समर्थन देने वाले अगली-जनरेशन के AMOLED डिस्प्ले विकसित करने में ARC के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि वैश्विक AMOLED डिस्प्ले बाजार, जिसकी कीमत लगभग 15 बिलियन डॉलर है, के बढ़ने की उम्मीद है.

ARC के शोधकर्ता विनिर्माण लागत को कम करने और मॉड्यूलर माइक्रो-फैक्ट्रियों को सक्षम करने के उद्देश्य से AMOLED डिस्प्ले बनाने के लिए एक नई पैटर्निंग तकनीक पर काम कर रहे हैं. MeitY सचिव के साथ IIT मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी और शोध टीम के प्रमुख व्यक्ति - डॉ देबदत्ता रे, प्रधान अन्वेषक (PI), डॉ जी राजेश्वरन (सह-PI), डॉ सौम्या दत्ता (सह-PI), और डॉ जी वेंकटेश (सह-PI) शामिल हुए.

इसके अतिरिक्त, समूह समन्वयक श्रीमती आशा नांगिया, MeitY के वैज्ञानिक श्री रविंदर कुमार मीना और ग्रांटवुड लिमिटेड के डॉ अमिताव मजूमदार, IIT मद्रास के संकाय, शोधकर्ता और छात्रों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

Last Updated : Dec 23, 2024, 8:07 PM IST

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