कवर्धा : साल 2024 में कबीरधाम जिले वासियों को सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की अनदेखी का गंभीर परिणाम भुगतना पड़ा है. साल 2024 में कबीरधाम जिले में कुल 315 सड़क हादसे हुए, जिसमें 150 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों लोगों के घायल हो गए. यह आंकड़े एक गंभीर चेतावनी हैं. यह न केवल लोगों की लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी का परिणाम है, बल्कि क्षेत्र में उचित परिवहन सुविधाओं की कमी और जागरूकता अभियानों के प्रभावी न होने का भी संकेत हैं.
सड़क हादसे का 4 मुख्य कारण :
- हेलमेट का उपयोग न करना : बाइक सवारों की मौतों में हेलमेट न पहनने का प्रमुख योगदान रहा है. यह दिखाता है कि सुरक्षा उपकरणों के प्रति जागरूकता अभी भी निचले स्तर पर है.
- शराब और नशे में वाहन चलाना : नशे में वाहन चलाना दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है. ऐसे मामलों में वाहनों को तेज रफ्तार में चलाना और वाहन का नियंत्रण खोना आम है.
- माल वाहक वाहनों का दुरुपयोग : वनांचल क्षेत्रों में बसों की कमी के कारण लोग मालवाहक वाहनों में सफर करते हैं. लेकिन क्षमता से अधिक लोड होने और असुरक्षित होने की वजह से यह वाहन दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं.
- तेज रफ्तार और लापरवाही :सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए वाहन चलाना दुर्घटनाओं की मुख्य वजह होती है. खासकर बिना किसी सुरक्षा उपाय के वाहन चलाने हादसे अधिक होते हैं.
यातायात पुलिस को सख्ती बरतने की जरूरत : सड़क हादसे रोकने के लिए समाधान की ओर कदम बढ़ाना बहुत जरूरी है. यातायात नियमों का पालन कराने के लिए कड़े कानून और सख्ती पुलिस को हरनी होगी. लोगों को हेलमेट न पहनने और शराब पीकर वाहन चलाने पर भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए. इसके साथ ही वनांचल क्षेत्रों में बसों और अन्य सुरक्षित यात्रा के लिए साधनों की व्यवस्था किया जाना भी जरूरी है. ताकि लोगों को सफर के लिए मालवाहकों में सवार न होना पड़े.