नवादा :बिहार केनवादा से आरजेडी नेश्रवण कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है, जिनका विरोध स्थानीय स्तर पर शुरू हो गया है. दरअसल शनिवार को नवादा विधायक विभा देवी, रजौली विधायक प्रकाशवीर, एमएलसी अशोक यादव और जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा देवी ने बैठक कर ये ऐलान किया कि विभा देवी और पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद के भाई विनोद यादव निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
आरजेडी शीर्ष नेताओं पर फूटा गुस्साः बता दें कि शनिवार को राजद से टिकट के प्रमुख दावेदार रहे भाई विनोद यादव के आवास पर समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी. दोपहर बाद पथरा इंग्लिश गांव स्थित एमएलसी अशोक यादव के आवास पर समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और राजबल्लभ परिवार के समर्थन में जोरदार नारे लगने लगे. राजद के टिकट से वंचित विनोद यादव ने आगे की रणनीति के लिए आम लोगों से बात कर सहमति दी. राजद शीर्ष नेतृत्व का फैसला स्थानीय लोगों को मंजूर नहीं है.
श्रवण कुशवाहा के विरोध में आवाज बुलंदःइस बैठक में निर्दलीय एमएलसी अशोक यादव राजद के घोषित उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा को हराने के लिए चुनावी कप्तान के रूप में दिखाई दिए. मजे की बात तो यह है कि इस बैठक में रजौली विधायक प्रकाशवीर और नवादा विधायक विभा देवी ने भी उपस्थित होकर उनका समर्थन किया और कहा कि नवादा से निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव को जीत दिलाएंगे. वहीं बैठक में शामिल वक्ताओं ने जोश दिखाते हुए राजबल्लभ परिवार के किए गए कार्यों को गिनाया और राजद के शीर्ष नेतृत्व द्वारा टिकट बटवारे में की गए भूल को सुधारने का संकल्प लिया.
"नवादा वासियों के लिए राजबल्लभ प्रसाद ही लालू , राबड़ी या तेजस्वी हैं. इसलिए उनके अनुज विनोद यादव को नवादा का निर्दलीय सांसद बनाने का फैसला ले लिया गया है. नवादा के अधिसंख्य मतदाताओं की भावनाओं को देखते हुए विनोद यादव लोकसभा चुनाव लड़ेंगे"- अशोक यादव, एमएलसी
विनोद यादव के निर्दलीय लड़ने की घोषणा: विनोद यादव की ओर से कप्तान की भूमिका निभाते हुए अशोक यादव ने पत्रकारों से कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने जनता की भावनाओं से खेलने की कोशिश की है, लेकिन आज जनता ने अपनी भावनाओं को सामने रखकर इस चुनाव की चुनौतियों को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने अपने पूर्व की रणनीतियों और अनुभवों को साझा करते हुए स्पष्ट कहा कि यह चुनाव जनता को विरोधियों की नजर में नजर डालकर लड़ना होगा. बैठक में अशोक यादव ने घोषणा कर दी कि नवादा के अधिसंख्य मतदाताओं की भावनाओं को देखते हुए विनोद यादव लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
विनोद यादव के समर्थन में उमड़े लोगः इस घोषणा के बाद जनता का हुजूम विनोद यादव को माला पहनाने के लिए उमड़ पड़ा, विनोद यादव ने भी शीर्ष नेतृत्व का आश्वासन और अंत में धोखा दिए जाने की कहानी विस्तार से बताया. उन्होंने मालिक जनता के आदेश को स्वीकार करते हुए न केवल चुनाव लड़ना कबूल किया बल्कि अपने स्व. पिता जेहल प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर इसका आगाज भी कर दिया. मौके पर बरबीघा समेत जिले के 14 प्रखण्डों से जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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