विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा के प्राचीन किले के रायसेन गेट का एक हिस्सा बुधवार को अचानक भर-भराकर गिर पड़ा. दीवार का मलवा गिरने से पास की दुकान क्षतिग्रस्त हो गई. दुकान में रखा सारा सामान नुकसान गया. घटना की जानकारी लगते ही पार्षद प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी जिला प्रशासन को दी और जरूरी कदम उठाने की मांग की. स्थानीय लोगों ने कई बार इस गेट के संरक्षण की मांग की लेकिन पुरातत्व विभाग, जिला प्रशासन, नगर पालिका किसी ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.
दीवार गिरने से हुआ नुकसान
रायसेन गेट की दीवार गिरने से आस-पास की दुकानों में भारी नुकसान हो गया. गेट के पास स्थित दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और दुकान में रखे सारे सामान का नुकसान हो गया. मौके पर पहुंचे वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजेश नेम ने बताया कि, नगर पालिका में गेट के रिपेयरिंग का प्रस्ताव पारित हुआ है. उन्होंने घटना की जानकारी विधायक और वार्ड पार्षद अध्यक्ष को दे दी है.
रायसेन दरवाजे का इतिहास
एडवोकेट और इतिहासकार गोविंग देवलिया का कहना है कि, 'विदिशा के किले की एकमात्र जीवंत निशानी बचा रायसेन के गेट एक हिस्सा गिरा है अगर समय रहते इसकी मरम्मत नहीं की गई तो किले का दरवाजा ही गिर जायेगा. प्राचीन किले का यही गेट बचा है जिससे यह कहा जा सकता है कि यहां कभी किला हुआ करता था. इसलिए इसका संरक्षण करना बेहद जरूरी है. यह हमारे वैभव की अतीत की विरासत है.'' उन्होंने रायसेन गेट का संरक्षण करने के लिए किये गये प्रयासों के बारे में बताते हुए कहते हैं कि, ''दो साल पहले हमने कलेक्टर से भेंट कर रायसेन दरवाजे के संरक्षण की मांग की थी. कलेक्टर के आदेश के बाद नगर पालिका ने साफ सफाई और हल्की रिपेयरिंग का काम कराया था लेकिन यह फिर से जर्जर हो गया है.''
वीजा मंदिर के पत्थर से बना है दरवाजा