सतना: आज के समय में लोग अपने बच्चों को हाई-फाई प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने की दौड़ में लगे हैं. इस रेस में अमीर तो अमीर गरीब तबके लोग भी शामिल हैं. कई तो इन स्कूलों में अपने बच्चे को प्रवेश दिलाने के लिए हर प्रकार का जतन भी करते हैं. ऐसे में अगर कोई एसडीएम अधिकारी अपने बच्चे का एडमिशन आंगनबाड़ी में करवा दे तो हैरानी ही होगी, लेकिन मैहर जिले के रामनगर अनुभाग में पदस्थ एसडीएम आरती सिंह ने अपने बेटे का दाखिला इटमाकला के आंगनबाड़ी में करवा कर एक मिसाल पेश की है.
2 वर्षीय बेटे का कराया दाखिला
दरअसल, यह आंगनवाड़ी केंद्र आरती सिंह के क्षेत्र में पड़ता है. इसलिए वे वहां निरीक्षण करने पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ज्योत्सना जायसवाल और सहायिका सरला कुशवाहा से बातचीत की. इसके बाद उन्होंने अपने दो साल के बेटे जैथविक सिंह का नाम भी रजिस्टर में दर्ज करने को कहा. उनका यह फैसला सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. फिर उनके बेटे का नाम दर्ज कर लिया गया.
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एसडीएम की हर ओर हो रही सराहना
दाखिले के बाद एसडीएम ने बच्चों के साथ बड़े और छोटे समूह बनाने का खेल खेला है. उन्होंने पहले बड़े समूह बनाने का खेल-खेला फिर छोटे समूह बनाकर बच्चों का मनोरंजन किया. बच्चे एसडीएम से इस प्रकार प्रेम पाकर बच्चे काफी खुश नजर आए. एसडीएम ने अपने बेटे को आंगनबाड़ी केंद्र में दाखिला कराकर एक मिसाल पेश की है. इससे अन्य लोग भी बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र तक भेजने के लिए प्रेरित होंगे. आंगनबाड़ी केंद्रों के इंतजाम सुधर सकते हैं. एसडीएम का ध्यान भी इन केंद्रों पर रहेगा. वहीं पूरे शहर के लोग एसडीएम की इस पहल की सराहना कर रहे हैं.