नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अक्सर आईसीयू बेड खाली न होने की बात कहकर अधिकांश मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक घुमाया जाता था. लेकिन, अब दिल्ली के अस्पतालों में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को अस्पताल में पहुंचने से पहले ही आईसीयू बेड के खाली होने की जानकारी मिल सकेगी. इसके लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक डैशबोर्ड लांच किया गया है.
डैशबोर्ड लांच होने के बाद अब दिल्ली सरकार के लगभग सभी अस्पतालों ने इस डैशबोर्ड पर अपने-अपने विभागों में उपलब्ध कुल आईसीयू बेड, खाली आईसीयू बेड, भरे हुए आईसीयू बेड, आईसीयू बेड वेंटिलेटर के साथ और आईसीयू बेड वेंटिलेटर के बिना खाली, होने की जानकारी अपडेट कर दी है. अब कोई भी मरीज या उसके परिजन अस्पातल पहुंचने से पहले https://tejasvi.delhi.gov.in/ui/shared/DelhiGovernmentHospitalBedDashboardPublic पोर्टल पर जाकर डैशबोर्ड देख सकेंगे.
अगर डैशबोर्ड पर बेड खाली दिखता है तो संबंधित अस्पताल मरीज को भर्ती करने से मना नहीं कर पाएगा. इससे गंभीर मरीज को अब आसानी से सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकेगा. डैशबोर्ड पर खाली आईसीयू बेड का रियल टाइम डेटा अपडेट होता रहेगा. साथ ही डैशबोर्ड पर उपलब्ध अस्पतालों की सूची में अस्पताल के विभाग और खाली बेड वाले कॉलम में ही आगे हेल्प लाइन नंबर भी दिया गया है, जिस पर मरीज या उसके परिजन बात करके बेड के खाली होने के बारे में पुख्ता जानकारी कर सकते हैं.
दरअसल, कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आप घर से डैशबोर्ड चेक करके निकले और अस्पताल पहुंचने में आपको समय लग जाए और तब तक वह बेड किसी दूसरे मरीज को मिल जाए. ऐसी स्थिति में आपको असुविधा हो सकती है. इसलिए पहले हेल्प लाइन नंबर पर बात करके संबंधित अस्पताल में खाली आईसीयू बेड के लिए मरीज को लेकर पहुंचें.
बता दें राजधानी में दिल्ली सरकार के अंतर्गत करीब 35 अस्पताल आते हैं. इनमें से करीब 25 अस्पताल ऐसे हैं जिनमें आईसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध है. बाकी के करीब 10 अस्पतालों में आईसीयू बेड की सुविधा नहीं है.