हैदराबाद: साउथ की सुपरस्टार लेडी नयनतारा ने जब से अपनी डॉक्यूमेंट्री 'नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरी टेल' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम किया है, तब से वह सुर्खियों में छाई हुई है. पहले साउथ स्टार धनुष ने नयनतारा , पति विग्नेश शिवन और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स इंडिया को नोटिस भेजकर उनके 2015 के प्रोडक्शन नानुम राउडी धान अनधिकृत फुटेज के इस्तेमाल के लिए 10 करोड़ रुपये की मांग की. यह मामला अभी शांत हुआ ही नहीं था, कि खबर आई कि नयनतारा स्टारर चंद्रमुखी (2005) के शिवाजी प्रोडक्शंस ने भी उनकी डॉक्यूमेंट्री 'नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरीटेल' में फुटेज के इस्तेमाल के लिए उनसे 5 करोड़ रुपये की मांग की है. लेकिन अब, प्रोडक्शन हाउस ने इस पर सफाई दी है.
फिल्म इंडस्ट्री ट्रैकर मनोबाला विजयबालन ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर शिवाजी प्रोडक्शंस द्वारा नयनतारा को जारी किए गए एनओसी को साझा किया, जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि नयनतारा ने अपनी डॉक्यूमेंट्री के लिए एनओसी हासिल किए है. सर्टिफिकेट में यह दावा किया गया है, यह प्रमाणित किया जाता है कि शिवाजी प्रोडक्शंस को नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री 'नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरी टेल' में फुटेज के उपयोग पर कोई आपत्ति नहीं है'.
Chandramukhi team claiming ₹5⃣ cr compensation from Nayanthara netflix documentary is UNTRUE✖️ pic.twitter.com/FD7VfdCc4X
— Manobala Vijayabalan (@ManobalaV) January 6, 2025
इसमें आगे कहा गया है, हम पुष्टि करते हैं कि राउडी पिक्चर्स को उपरोक्त वीडियो फुटेज को स्पेशल रूप से 'नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरी टेल' नाम के नेटफ्लिक्स सीरीज में उपयोग करने के लिए परमिशन दी गई है. इसके लिए रिप्रोड्यूज, डिस्ट्रीब्यूशन और/या सब-लाइसेंस के लिए भी अनुमति दी गई है. हम यह डिक्लेअर करते हैं कि हम राउडी पिक्चर्स (सहयोगियों, लाइसेंसधारियों/सब-लाइसेंसीस और असाइनस के साथ) को सर्टिफिकेट/लेटर के तहत अधिकृत वीडियो फुटेज के उपयोग से बनने वाले किसी भी दावे और/या विवाद से हानिरहित रखेंगे'.
नयनतारा ने अपनी डॉक्यूमेंट्री का निर्माण अपने प्रोडक्शन हाउस राउडी पिक्चर्स के बैनर तले किया है. इस डॉक्यूमेंट्री में नयनतारा की अनदेखी और अनसुनी कहानियों की झलक दिखाई गई है. यह नवंबर 2023 से नेटफ्लिक्स इंडिया पर स्ट्रीम की गई. शिवाजी प्रोडक्शंस ने जारी एनओसी में किसी भी पैसे का उल्लेख नहीं किया गया था, जिससे उन अफवाहों को खारिज कर दिया गया कि इसने डॉक्यूमेंट्री में चंद्रमुखी के फुटेज के इस्तेमाल के लिए राउडी पिक्चर्स से 5 करोड़ रुपये की मांग की थी.