उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, आईसीयू एक्सपर्ट से लैस होंगे सरकारी अस्पताल - ICU Experts in UP Govt Hospitals

उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को बड़ा फैसला किया है. अब सरकारी अस्पताल आईसीयू एक्सपर्ट से लैस होंगे.

आईसीयू एक्सपर्ट से लैस होंगे यूपी के सरकारी अस्पताल
आईसीयू एक्सपर्ट से लैस होंगे यूपी के सरकारी अस्पताल (आईसीयू एक्सपर्ट से लैस होंगे यूपी के सरकारी अस्पताल)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 5:19 PM IST

लखनऊ: गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए मरीजों को इंटेंसिव केयर की आवश्यकता होती है, इसीलिए सभी अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) की स्थापना की जाती है. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में भी आईसीयू की व्यवस्था है, जिसे प्रदेश सरकार अब और अधिक सुदृढ़ करने जा रही है. इसके लिए आईसीयू विशेषज्ञों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

इन्हें केयर-अप (क्रिटिकल केयर एडवांसमेंट एंड रेडीनेस एन्हांसमेंट फॉर अपकमिंग आईसीयू प्रोफेशनल्स) कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है. इसके तहत झांसी में एक बैच का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है, जबकि दूसरा बैच ट्रेनिंग ले रहा है. ट्रेनिंग पाने वालों में चिकित्सकों के अलावा नर्स और लैब टेक्नीशियन भी शामिल हैं.

एमएलबी के प्रोफेसर को सौंपी गयी प्रशिक्षण की जिम्मेदारी:प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) हैं, लेकिन प्रशिक्षित स्टाफ की कमी के कारण गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ता है. आईसीयू में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की सुविधा मौजूद होने के बावजूद प्रशिक्षित स्टाफ की कमी के कारण उनका सम्पूर्ण इस्तेमाल नहीं हो पाता है.

योगी सरकार ने इस बाधा को समझा और गंभीर कदम उठाते हुए सभी जिला अस्पतालों के कुछ डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया. यूपी सरकार ने इसकी जिम्मेदारी महारानी लक्ष्मी बाई (एमएलबी) मेडिकल काॅलेज, झांसी के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अंशुल जैन को दी है. वह एमएलबी पैरामेडिकल काॅलेज के निदेशक भी हैं.

डॉ. अंशुल ने बताया कि पहले बैच में लखनऊ के सिविल अस्पताल के फिजिशियन डॉ. अभिषेक कुमार सिंह समेत 10 स्टाफ नर्स व लैब टेक्नीशियन, लोकबंधु अस्पताल के डॉ. दीपक कुमार मौर्य समेत पांच स्टाफ और झांसी जिला अस्पताल के स्टाफ ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. अब तीनों अस्पतालों की आईसीयू पूर्ण रूप से सक्रिय हैं और वे गंभीर मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

डॉक्टर्स संग पैरामेडिकल स्टाफ को दी जा रही ट्रेनिंग:परिवार कल्याण के डीजी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दूसरे बैच में गोरखपुर, बांदा और प्रयागराज जिला अस्पताल के डाक्टरों की ट्रेनिंग चल रही है. इसी तरह बाकी जिला अस्पताल के डाॅक्टरों को भी बारी-बारी से आईसीयू ऑपरेशन के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा. अगले साल के अंत तक सभी आईसीयू पूर्ण रूप से सक्रिय हो जाएंगे. हमारी कोशिश है कि अधिक से अधिक डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को वेंटीलेटर एवं अन्य आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के सफल उपयोग में पारंगत कर सकें ताकि प्रदेश की जनता को इसका लाभ मिल सकें.

उनको बेहतर चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा मिले और उन पर वित्तीय बोझ कम हो सके. लोकबंधु अस्पताल के आईसीयू इंचार्ज डॉ. दीपक कुमार मौर्या ने बताया कि प्रशिक्षण से बहुत लाभ मिला है. लोकबंधु अस्पताल में 11 बेड का आईसीयू शुरू किया गया है. बीते एक महीने में 150 से अधिक मरीजों को यहां भर्ती कर इलाज किया गया है. अब प्रशिक्षित स्टाफ वेंटीलेटर व अन्य उपकरण चला रहे हैं और मरीजों को यहां सुचारू इलाज मिल रहा है.

सिविल अस्पताल के आईसीयू इंचार्ज डॉ. अभिषेक सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में गए सभी स्टाफ को बहुत फायदा मिला है. स्टाफ नर्स वेंटीलेटर व अन्य उपकरण अब चला रही हैं, जिसका लाभ मरीजों को मिल रहा है. इसी वजह से सिविल अस्पताल के आईसीयू में बीते एक महीने में मरीजों की संख्या बढ़ी है.

ये भी पढ़ें-LDA का करोड़पति लेखपाल; आमदनी 33 लाख, खर्च किए एक करोड़ों रुपए, आय से अधिक संपत्ति में फंसा - LDA Millionaire Clerk

ABOUT THE AUTHOR

...view details