हैदराबाद (डेस्क). बरसात के कारण मौसम ठंडा हो जाता है. इसके चलते कई लोग सर्दी, खांसी, वायरल बुखार जैसी विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं. हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौरान बीमार होने के लिए मौसम में बदलाव होने के अलावा खान पान भी जिम्मेदार है. ऐसे में इसको लेकर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. हैदराबाद की डाइटिशियन डॉ. श्रीलतासे जानिए मानसून में खानपान के मामले में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
तले हुए खाद्य पदार्थ से करें परहेज : बारिश के मौसम में पकौड़े लोगों की पहली पसंद होते हैं, लेकिन इस मौसम में ज्यादा तली-भुनी चीजों का सेवन करना अच्छा नहीं होता है. बारिश के मौसम में नमी बढ़ जाती है और पाचन तंत्र धीमा हो जाता है. इस दौरान तली हुई चीजें खाने से ये आसानी से नहीं पचती. इससे पेट फूल जाता है, इसलिए मानसून के दौरान तेल आधारित उत्पादों का सेवन कम करना चाहिए.
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कोई स्ट्रीट फूड नहीं :ठंड का मौसम होने पर ज्यादातर लोग चाट, पानीपुरी, पावबाजी पर टूट पड़ते हैं, लेकिन सड़क किनारे लगे ठेले पर खाने से आप कई बीमारियों को न्योता देते हैं. दूषित पानी के चलते डायरिया और पीलिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में अगर संभव हो तो इसे घर पर ही बनाने का प्रयास करें. फलों का जूस घर पर बनाना भी अच्छा रहता है.
साग को अच्छी तरह धो लें :बाजार में हरी सब्जियों को सीधे जमीन से निकालकर बंडलों में बेचा जाता है. इसी क्रम में मिट्टी से कीड़े-मकोड़े इन पत्तियों पर लग जाते हैं. कभी-कभी ये पत्तियों के रंग के होते हैं तो इन कीड़ों पर ध्यान नहीं जाता. ऐसे में इसे हम खा लें तो कीड़े पेट में चले जाते हैं, इसलिए साग-सब्जियों को अच्छे से धोकर ही पकाना चाहिए. जमीन में उगने वाले मशरूम और कंदों को विशेषकर अच्छे से साफ करना चाहिए.