सीतामढ़ी: जिला पुलिस बचपन बचाओ आंदोलन एवं चाइल्ड हेल्पलाइन के संयुक्त प्रयास से जिले के रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बाल-विवाहकराने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. इसमें यूपी के शातिरों का हाथ होने का मामला सामने आया है. इस मामले में दूल्हा व पंडित और बाल विवाह करवाने वाले यूपी के मुख्य षड्यंत्रकर्ता सहित उनके गैंग के सहयोगी व एक स्थानीय महिला लाइनर समेत आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
नाबालिग लड़की को पुलिस ने कराया मुक्त: मौके पर से पुलिस ने नाबालिग बाल विवाह करवाई गई नाबालिग लड़की को मुक्त कराया है. देर रात्रि को बाल विवाह की सूचना मिलने पर बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी ने बीडीओ और स्थानीय थाना से संपर्क किया.
दूल्हा-पंडित समेत आधा दर्जन गिरफ्तार: उसके बाद टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक नाबालिग लड़की का शादी करवा दी गयी थी. पूछताछ में यह उजागर हुआ कि नाबालिग से शादी करने वाले तीस वर्षीय युवक पहले से शादीशुदा है. बाल-विवाह गिरोह के मास्टरमाइंड लखीमपुर खीरी के ही मो. इकबाल ने यह शादी तय की थी.
70 हजार में हुआ था सौदा: शादी के एवज में दूल्हे ने उसे 70 हजार रुपए का भुगतान किया था. इस धंधे के सहयोगी तरुण कुमार और भगलू प्रसाद उत्तर प्रदेश से एक पिकअप वैन पर सवार होकर रुन्नीसैदपुर पहुंचे थे. पूछताछ में यह भी उजागर हुआ कि मो. इकबाल इससे पहले दर्जनों नाबालिग की शादी करा चुका है.