सोनीपत :हरियाणा की धरती देश के लिए इंटरनेशनल स्तर के पहलवान पैदा करती है. इसका ताजा उदाहरण जॉर्डन में आयोजित हुई अंडर 17 कुश्ती वर्ल्ड चैंपियनशिप हैं जिसमें देश की महिला पहलवानों ने 5 गोल्ड , 2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज पर कब्जा किया है. ये सभी पहलवान हरियाणा की मिट्टी में पैदा हुए हैं. इनमें से एक हैं सोनीपत के लाठ गांव की रहने वाली पहलवान काजल जिन्होंने 76 किलोग्राम वर्ग में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता है.
काजल ने कुश्ती में जीता गोल्ड :हरियाणा की बेटी काजल ने छोटी सी उम्र में ही चाचा की पहलवानी को देखते हुए अखाड़े में हाथ आजमाने शुरू कर दिए थे. नतीजा ये रहा कि जॉर्डन में आयोजित हुई अंडर 17 कुश्ती वर्ल्ड चैंपियनशिप में काजल ने यूक्रेन की पहलवान को 9-2 के अंतर से हराया और विदेशी धरती पर भारत के झंडे की शान बढ़ा दी. आपको बता दें कि काजल के पिता टैक्सी ड्राइवर हैं और उसके चाचा ने काजल को इंटरनेशनल पहलवान बनाने के लिए आपने सपनों को भी अधूरा छोड़ दिया. आज काजल के सोनीपत पहुंचने पर खेल प्रेमियों ने उनका जोरदार स्वागत किया. काजल का कहना है कि वे आगामी ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल लाने के लिए मेहनत करेंगी और अपने परिवार के सपने को पूरा करेंगी.
काजल का ग्रैंड वेलकम :वहीं काजल के चाचा कृष्ण का कहना है कि उनकी बेटी ने उनका मान बढ़ाया है और पूरे गांव की ओर से उनका ग्रैंड वेलकम किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि आगे उन्हें उम्मीद है कि काजल देश के लिए ओलंपिक मेडल भी लेकर आएगी. वहीं गांव में काजल के लिए स्वागत समारोह का भी आयोजन किया गया है.