फतेहाबादः हरियाणा के फतेहाबाद जिले में शुक्रवार को बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया. जिले के कई हिस्सों में ओलावृष्टि से खेतों में लगी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान तिलहन और सब्जियों की फसलों को हुआ है. दूसरी ओर विभिन्न मंडियों में लोडिंग के लिए पहुंची धान व अन्य फसलें भीगने से खराब हो चुकी हैं.
बताया जा रहा है कि मंडी में पड़ी धान कुछ व्यापारियों की थी तो कुछ किसान बेचने के लिए लेकर आये थे. इनमें से कुछ की लोडिंग हो ही रही थीी कि बीच में बारिश हो गई. वहीं कुछ का लोडिंग होना बाकी था. मौसम में बदलाव से कई इलाकों में तापमान और ज्यादा गिरने से सर्दी बढ़ने का अनुमान है.
कई गांवों में हुआ फसलों को नुकसानः शुक्रवार दोपहर ढाई बजे एकाएक मौसम बदला और कई गांवों में ओलावृष्टि हुई. किसानों ने बताया कि इस ओलावृष्टि से सबसे अधिक नुकसान सरसों की फसल को हुआ है. दो दिन पहले जो फसल अच्छी नजर आ रही थी, इस ओलावृष्टि से सब नष्ट हो गई. धांगड़ गांव, बीघड़ गांव, सालमखेड गांव, बड़ोपल, भिरडाना, ढाणी माजरा आदि गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान देखने को मिला है. दूसरी ओर कुछ गांवों में जहां सिर्फ बारिश हुई, वहां के किसान खुश हैं कि अब सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी.
सरकार से लगाई मुआवजे की गुहार : फतेहाबाद जिले के विभिन्न गावों के किसानों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से ही बारिश हो रही थी, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने एकाएक करवट ली और अनेक गांवों में ओलावृष्टि हुई. करीब पांच से सात मिनट की ओलावृष्टि ने हम किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया. गेहूं की फसल से अधिक सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. किसानों ने कहा कि राज्य सरकार फसल नुकसान का आकलन कर मुआवजे का भुगतान करे.