हिसार: हिसार में नगर निगम चुनाव की तैयारियां चल रही है. हिसार सीट सामान्य वर्ग की सीट है. इसमें कई दावेदार मेयर पद के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. हिसार की आबादी के हिसाब से शहर में सबसे अधिक पंजाबी समुदाय, दूसरे नंबर पर वैश्य समाज और तीसरे नंबर सैनी समुदाय के लोगों की संख्या है. मेयर के सीट को लेकर पक्ष और विपक्ष के लोग अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं. चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आप, कम्युनिस्ट पार्टी, जेजेपी, इनेलो के अलावा निर्दलीय लड़ेंगे.
आला नेताओं के संपर्क में दावेदार: यहां मेयर सीट ओपन होने के साथ ही चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता अपने-अपने आला नेताओं के समपर्क में हैं. चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य दल एक्टिव हो चुकी है. कांग्रेस पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं, पिछले समय से बीजेपी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ रही थी. हिसार मेयर की सीट सामान्य श्रेणी में इसलिए की गई थी, क्योंकि यहां मेयर पद के दावेदार अधिक हैं. इसको लेकर भाजपा और विपक्ष के नेताओं में भगदड़ मची हुई है.
पहले चुने जा चुके मेयर: साल 2013 में पहली मेयर शकुंतला राजलीवाला चुनी गई थी. उनका चुनाव जनता की ओर से चुने गए पार्षदों ने मतदान करके किया था. ये भी हिसार से अबकी बार चुनाव लड़ने को इच्छुक हैं. साल 2018 में पंजाबी समुदाय से दूसरे मेयर गौतम सरदाना चुने गए थे. गौतम सरदाना वापस मेयर का चुनाव लड़ना चाहते हैं. हिसार से बीजेपी अनिल सैनीमानी हैं, जो कि बीजेपी से पिछले कई सालों से जुड़े हुए हैं. पिछले कार्यकाल में अनिल मानी डिप्टी मेयर भी रहे थे. इनके भाई भी बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. ये सीएम नायाब सैनी के करीबी माने जाते हैं.
बीजेपी के ये दावेदार: इसके अलावा बीजेपी के मेयर टिकट की दावेदारों में सुरेद्र लाहोरिया भी शामिल हैं. सुरेद्र लाहोरिया भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय और प्रांतीय पदाधिकारी हैं. वो भी टिकट के लिए दावेदारी कर रहे है. पंकज दीवान लगातार बीस सालों से पार्षद पद पर हैं, ये भी पार्टी से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं. प्रवीण पोपली लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं. वह बीजेपी जिला कार्यकारिणी में महामंत्री भी रहे हैं. बीजेपी के छोटे से लेकर बड़े नेताओं के संपर्क में हैं. रामचद्र गुप्ता लंबे समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. साथ ही पूर्व मंत्री कमल गुप्ता के नजदीकी हैं. बीजेपी में जिला संयोजक के पद पर रहे हैं.
ये भी हैं मैदान में: वैभव बिदानी भी टिकट के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं. ये अनिल विज के काफी करीबी माने जाते हैं. रेखा सैनी पूर्व मंत्री स्व हरि सिंह सैनी की बहु है. रेखा सेनी वार्ड चार से पार्षद भी रह चुकी हैं. पिछली बार इन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके अलावा बीजेपी में पार्टी संजीव रेवडी, सुभाष ढिगडा, सुभाष मल्होत्रा, राजेश धमीजा और पार्षद महेद्र जुनेजा के नाम भी चर्चा में है.
एक नजर कांग्रेस के दावेदारों पर: बात अगर कांग्रेस की करें तो इस पार्टी में रेखा ऐरन, जो कि पूर्व चेयरमैन हनुमान ऐरन की पत्नी हैं. साथ ही वार्ड बीस से पार्षद रही हैं. रेखा ने कांग्रेस के समर्थन में चुनाव लड़ा था, हालांकि वो हार गई थी. हनुमान ऐरन के कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं. वहीं, वीर सिंह खयालिया पिछले बाइस सालों से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. उनकी मां रामरति पार्षद रह चुकी हैं. वहीं, कृष्ण टीटू काग्रेस पार्टी में लंब समय से जुड़े रहे हैं. नगरपालिका में पहले पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं. इसके अलावा कांग्रेस में शममीनागर, अरविद शर्मा, छतरपाल सोनी, रवि भुटानी कांग्रेस पार्टी के दावेदार हैं.
इनकी भी है दावेदारी: जितेद्र श्योराण शहर में साामाजिक स्तर पर काम करते रहे हैं. ये जेजेपी से हिसार विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. किसी बड़ी पार्टी की टिकट की ये तैयारी में है. वहीं, पूर्व पार्षद अमित निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े थे. हालांकि उनको दो हजार वोट मिले थे.ये तीन बार पार्षद रह चुके हैं.अनिल जैन भी इन दावेदारों में शामिल हैं. ये जिंदल के नजदीकी बताए जा रहे हैं. बता दें कि हिसार में कुल 20 वार्ड है. इन सभी वार्डों की जनसंख्या 366397 है. इसमें कुल वोटरों की संख्या 251546 है.
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