उज्जैन: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को उज्जैन के भरतपुरी स्थित मध्य प्रदेश सामाजिक शोध संस्थान में आयोजित 2 दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया. जिसका आयोजन नेशनल रिसर्च फाउंडेशन, म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, भोपाल और जनभागीदारी समिति शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय ने किया. इस संगोष्ठी का आयोजन "A Conventional Discussion on Synthetic Organic Chemistry and Beyond" विषय पर किया गया. संगोष्ठी का उद्देश्य रसायन शास्त्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन की दिशा में कदम बढ़ाना है.
उज्जैन के पौराणिक महत्व को बताया
इस कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने उज्जैन की पौराणिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अवंतिका नगरी में जो जैसा सोचता है, वैसा ही प्राप्त करता है. महाकाल सृष्टि के सर्जक और संहारक दोनों हैं, काल भी उनके अधीन है. उन्होंने कहा कि "उज्जैन का कभी अंत नहीं हुआ, इसलिए इसका नाम अवंतिका है. यहां भगवान महाकाल की महिमा है, जो काल पर भी नियंत्रण रखते हैं."
प्रदेश के कपड़ों का अमेरिका और इंग्लैंड में निर्यात
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नागझिरी स्थित रेडीमेड गारमेंट फैक्ट्री 'बेस्ट इंटरप्राइजेज' पहुंचे. जहां उन्होंने काम करने वाली महिलाओं से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना. उन्होंने कहा कि "यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि हमारे कपड़े बनकर अमेरिका और इंग्लैंड में निर्यात हो रहे हैं. हम इस प्रकार की इंडस्ट्रीज को और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं." मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विक्रम उद्योगपुरी में भूमि समाप्त हो चुकी है और अब नए क्षेत्र में जमीन देखी जा रही है. उन्होंने अधिकारियों से मेगा आईटी पार्क के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश भी दिए.