शिवपुरी: हिंदू जोड़ो यात्रा के बाद अब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों शिवपुरी में हैं. दरअसल, शिवपुरी के करैरा में भागवत कथा का आयोजन हो रहा है. इसी कथा को लेकर रविवार को यहां कलश यात्रा निकाली गई. यह यात्रा अनाज मंडी से बगीचा सरकार प्रांगण तक धूमधाम से निकाली गई. इस दौरान हजारों महिलाएं सिर पर कलश लेकर चलती नजर आईं. श्रद्धा और भक्ति का ऐसा अद्भुत दृश्य था कि पूरा नगर आस्था के सागर में डूबा हुआ दिखा. लगभग 20 से 30 हजार श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया.
तैयार किया गया है विशाल पंडाल
जगह-जगह पुष्प वर्षा और भजनों की ध्वनि के साथ इस कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. कलश यात्रा के दौरान महिलाएं सिर पर कलश लेकर पूरे समर्पण और भक्ति भाव से चल रही थीं. मंडी से लेकर बगीचा सरकार प्रांगण तक का मार्ग श्रद्धालुओं की भीड़ से भरा हुआ था. पूरे मार्ग को फूलों और रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया था. इस आयोजन ने करैरा को एक ऐसा धार्मिक केंद्र बना दिया, जहां आस्था और भक्ति का संगम देखने को मिला. प्रसिद्ध बगीचा सरकार प्रांगण में कथा स्थल पर विशाल पंडाल तैयार किया गया है. यहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा रविवार से 7 दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ किया गया है. कथा स्थल पर बैठने और अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है, जिससे श्रद्धालु आराम से कथा का आनंद ले सकें.
प्रशासन की सख्त निगरानी
इतने बड़े आयोजन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पूरे करैरा में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है. दोपहिया और चार पहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. 1000 से अधिक पुलिसकर्मी इस आयोजन की व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं. भागवत कथा के साथ-साथ 51 कुंडीय सीता-राम महायज्ञ भी इस आयोजन का एक प्रमुख हिस्सा है.
5 दिसंबर को दिव्य दरबार
धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार 5 दिसंबर को आयोजित होगा, जो इस आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण है. इस कार्यक्रम में श्रद्धालु उनके दिव्य आशीर्वाद और मार्गदर्शन का अनुभव करेंगे. इस दरबार को लेकर करैरा और आसपास के क्षेत्र में उत्सुकता का माहौल है.
महंत जीतू यादव की प्रमुख भूमिका
इस महायज्ञ का संचालन श्रीधाम वृंदावन से आए पंडित कृष्ण कांत त्रिपाठी महाराज द्वारा किया जाएगा. यह महायज्ञ धार्मिक ऊर्जा का संचार करने और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करने के लिए आयोजित किया गया है. इस आयोजन की सफलता में बालाजी दरबार के महंत जीतू महाराज की भूमिका प्रमुख रही है. उन्होंने कहा, '' यह आयोजन न केवल बगीचा सरकार की महिमा को बढ़ाएगा, बल्कि करैरा को भी देशभर में ख्याति दिलाएगा.''