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आज दिन और रात होंगे बराबर, कल से दिन बड़े और रातें होने लगेंगी छोटी, जानें इस खगोलीय घटना के बारे में

Day and Night are equal today : खगोलशास्त्र के मुताबिक आज दिन और रात-बराबर होने जा रहे हैं. इसका मतलब यह है कि दिन पूरे 12 घंटे का होगा तो वहीं रात भी पूरे 12 घंटे की.

day and night equal phenomenon
आज दिन और रात होंगे बराबर

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 20, 2024, 5:35 PM IST

Updated : Mar 20, 2024, 5:47 PM IST

आज दिन और रात होंगे बराबर

उज्जैन.कालगणना में अहम स्थान रखने वाली धर्म नगरी उज्जैन में आज बेहद खास खगोलीय घटना देखी जा सकेगी. दरअसल, खगोलशास्त्र के मुताबिक आज दिन और रात-बराबर (Day & Night Equal) होने जा रहे हैं. इसका मतलब यह है कि दिन पूरे 12 घंटे का होगा तो वहीं रात भी पूरे 12 घंटे की होगी. इसके बाद से दिन लगातार बड़े होने लगेंगे और रातों छोटीं.

जंतर मंतर जीवाजी राव वेधशाला

उज्जैन वेधशाला में देखी जा रही खगोलीय घटना

जंतर मंतर जीवाजी राव वेधशाला में आज इस खगोलीय घटना को देखा जा रहा है. आज 20 मार्च को शंकु की छाया पूरे दिन सीधी रेखा (विषुवत रेखा) पर गमन करती हुई दिखाई दी. दरअसल, उज्जैन नगरी पृथ्वी और आकाश की सापेक्षता में ठीक मध्य में आती है. आज से नहीं बल्कि सदियों से उज्जैन नगरी कालगणना के लिए उपयोगी रही है. यहां लगे प्राचीन यंत्रों के माध्यम से सूर्य और चंद्र और समस्त ग्रहों की चाल की गणना भी की जाती है.

आज दिन और रात होंगे बराबर

कैसे होंगे आज दिन और रात बराबर?

खगोलशास्त्रियों के मुताबिक अधिवर्ष यानी लीप ईयर होने की वजह से इस साल 20 मार्च को सूर्य की स्थिति विषुवत रेखा पर गमन करती हुई दिखाई दे रही. इसे खगोलशास्त्र में वसंत सम्पात भी कहा जाता है. वसंत संपात होने की वजह से दिन और रात बराबर यानी 12-12 घंटे के हो जाते हैं. वहीं 20 मार्च को सूर्य भी मेष राशि में गोचर करने जा रहा है. सूर्य के उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश के कारण अब उत्तरी गोलार्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे और रातें छोटी होती चली जाएंगी. रातें छोटी होने का क्रम 21 जून तक जारी रहेगा.

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वेधसाला प्रमुख ने कहा-

जीवाजी राव वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र गुप्त ने कहा, ' सूर्य के उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश के कारण उसकी किरणों की तीव्रता उत्तरी गोलार्ध में धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी, जिससे ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ होती है. वेधशाला उज्जैन में 20 मार्च को इस खगोलीय घटना को शंकु यन्त्र व नाड़ी वलय यन्त्र के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है.'

Last Updated : Mar 20, 2024, 5:47 PM IST

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