गौरेला पेंड्रा मरवाही:जिले में आदिवासी विकास विभाग की ओर से संचालित आवासीय छात्रावास में अव्यवस्था चरम पर है. यहा नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए 15 दिन होने को हैं. अब भी आवासीय छात्रावास में ताला लटका दिख रहा है, जो छात्रावास खुले भी हैं, वहां बच्चों की उपस्थिति न के बराबर है. वहीं बच्चो को यहां सुबह, दोपहर और शाम को एक ही किस्म का खाना परोसा जा रहा है. वहीं, हॉस्टल के किचन में सब्जियां भी सड़ी गली देखने को मिली.
बच्चों के नहीं मिलता मेनू के अनुसार भोजन: दरअसल, आदिवासी बहुल जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में आदिवासी विकास विभाग की ओर से संचालित आवासीय छात्रावास पूरी तरह भगवान भरोसे ही चल रहा हैं. नए शिक्षा सत्र शुरू होने के बावजूद छात्रावास में ताला लटका हुआ है. छात्रों की उपस्थिति तो छोड़िए छात्रावास में न तो अधीक्षक है, न चौकीदार, न सफाई कर्मचारी. यह हाल है मरवाही विकासखंड के मुख्यालय में स्थित छात्रावास का. वही मरवाही के भर्रीडांड छात्रावास में सिर्फ रसोईया मौजूद है. पर अधीक्षक, चौकीदार होस्टल से नदारत मिले. इस छात्रावास की अवस्था का आलम इसी से लगा सकते हैं कि 20 सीटर छात्रावास में सिर्फ 6 बच्चे मौजूद हैं. उन बच्चों को भी मेनू के अनुसार भोजन नहीं मिल रहा है. बच्चों की मानें तो उनको सिर्फ आलू और सोयाबड़ी की सब्जी ही खिलाई जा रही है. छात्रावास में जो सब्जी मौजूद है, वह भी सड़ी हुई है.