वाराणसी: महाकुंभ के महासंयोग और 12 फरवरी को होने वाले माघी पूर्णिमा के स्नान के दौरान प्रयागराज में पहुंच रही भीड़ के बाद अब वाराणसी भी पैक होने लगा है. यहां पर भी पूर्णिमा का स्नान होना है और बड़ी संख्या में साधु सन्यासी स्नान करेंगे. ऐसे में काशी में 50 लाख से ज्यादा भक्तों के पहुंचने की संभावना है.
48 घंटे में 20 लाख से ज्यादा लोग यहां पहुंच चुके हैं और बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन भी जारी है. इसके अलावा संत रविदास की जयंती के मौके पर लगभग 12 लाख की अतिरिक्त भीड़ भी बुधवार को वाराणसी में रहेगी. कुल मिलाकर लगभग 25 से 30 लाख लोगों की भीड़ एक दिन में ही बनारस में रहने की उम्मीद है. जिसके बाद हालात और भी बिगड़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
फिलहाल अभी वाराणसी की सड़कों पर प्रयागराज से आने वाले मार्ग पर लंबी-लंबी वाहनों की कतारें लगी हुई हैं. वाराणसी में बाहर से आने वाली गाड़ियों को आउटर में रोकने की कोशिश की जा रही है लेकिन, शहर में अभी जाम हर तरफ देखने को मिल रहा है.
बनारस में लगातार भीड़ के बीच पुलिस ड्रोन के जरिए भीड़ का आकलन और निगरानी भी कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोमवार की रात वाराणसी के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महत्वपूर्ण बैठक भी की. क्राउड मैनेजमेंट के साथ ही बढ़ रही भीड़ को मैनेज करने के निर्देश दिए हैं.
रविदास जयंती और माघी स्नान पर विशेष तौर पर निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं. होल्डिंग एरिया बनाकर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी कहा गया है. वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने 10 आईपीएस 3 जोन के एडीसीपी 17 सीपीएस को अलग-अलग सेक्टर बनाकर तैनात किया है. इसके अलावा जिलाधिकारी समेत पांच इस 11 पीसीएस अफसर भी व्यवस्थाओं की निगरानी में लगे हुए हैं.
कैसे पहुंचेंगे काशी के संत रविदास मंदिर
- कैंट स्टेशन प्लेटफार्म नंबर - 9 (डिस्टेंस 17 किलोमीटर) से फुलवरिया फोर लेन - लहर तारा-मंडुआडीह-बीएलडब्ल्यू-सुंदरपुर-लंका चौराहा- ट्रामा सेंटर के बगल से होते हुए सीरगोवर्धनपुर (संत रविदास मंदिर) पहुंचेंगे.
- कैंट स्टेशन प्लेटफार्म नंबर- 1 (डिस्टेंस 14 किलोमीटर) से इंग्लिशिया लाइन-सिगरा-रथयात्रा-कमच्छा-भेलूपुर-रविन्द्रपुरी- सीर गेट- ट्रामा सेंटर के बगल से होते हुए सीरगोवर्धनपुर (संत रविदास मंदिर) पहुंचेंगे.