दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के तेतरिया पंचायत के ग्रामीणों ने पंचायत सचिव और सेवक पर अबुआ आवास में हेरा फेरी करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत सचिव और रोजगार सेवक मिलकर जो सक्षम लोग हैं, जिनका पक्का का मकान है उसे ही आवास दिला रहे हैं. जिन गरीबों का घर नहीं है, उसे आवास नहीं दिया जा रहा है. लिस्ट में सुधार के नाम पर गरीबों का नाम हटाकर अमीरों का नाम जोड़ा जा रहा है, जो जांच का विषय है.
हेरा फेरी और अवैध उगाही का आरोप
एक ओर जहां राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हर गरीबों को पक्का मकान देने का सपना दिखा रहे हैं, वहीं पंचायत के कर्मियों के द्वारा सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के लाभ के लिए लाभुकों से अवैध उगाही किये जाने का आरोप लग रहा है. मामला जरमुंडी प्रखंड के तेतरिया पंचायत का है. जहां लाभुकों ने अबुआ आवास लेने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन आवास के लिस्ट से अपना नाम हटा देख लाभुक दंग रह गए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत सेवक के साथ मिलकर पंचायत सचिव पूजा कुमारी भोली-भाली जनता से आवास के नाम पर पैसे की उगाही कर रही है.
इस मामले को लेकर जब पंचायत सचिव पूजा कुमारी से ईटीवी भारत की टीम ने बात की, तो उनका कहना था ऐसी कोई बात नहीं है. 90 लोगों का नाम आवास के लिए चला गया है 60 लोगों का नाम बाद में भेजा जाएगा. साथ ही जांच उपरांत कई लोग जिनका पक्का मकान और प्रधानमंत्री आवास में नाम है, उनके नाम को हटा दिया गया है.
वहीं तेतरिया पंचायत के लोगों का कहना है कि हम लोग गरीब लोग हैं और ऐसा लग रहा है कि गरीब लोगों को पक्का का मकान नसीब में नहीं है. जनप्रतिनिधि चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं, लेकिन हम लोगों को जो मदद मिलनी चाहिए वह मदद नहीं मिल रही है. पंचायत समिति सदस्य टिंकू देवी ने इस मामले पर कहा कि अबुआ आवास की लिस्ट में छेड़छाड़ किया गया है, इसका नमूना देखने को मिल रहा है. ओबीसी के नाम पर एसटी और एसटी के नाम पर जेनरल का नाम चढ़ा हुआ है.