छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की भर्ती जल्द, मानसून सत्र में सीएम विष्णुदेव साय ने की घोषणा - CM Vishnudeo Sai in monsoon session - CM VISHNUDEO SAI IN MONSOON SESSION
Teachers Recruitment Chhattisgarh छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में सीएम विष्णुदेव साय ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्तर पर औसत शिक्षकों के मामले में छत्तीसगढ़ बेहतर स्थान पर है. देश में 26 बच्चों पर एक शिक्षक औसत माना गया है लेकिन छत्तीसगढ़ में 21 बच्चों पर है एक शिक्षक है. Chhattisgarh monsoon session, CM Vishnudeo Sai
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र (DD Chhattisgarh)
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ. प्रश्न कल के दौरान स्कूलों में शिक्षकों की कमी के मामले को लेकर सरकार से जवाब मांगा गया. जिस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जवाब दिया.
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में टीचर्स की कमी का उठा मुद्दा: प्रश्नकाल में रायपुर के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या को लेकर सवाल हुआ. इस पर स्कूल शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि रायपुर जिला में 7 हजार 939 शिक्षकों के पद हैं. इनमें 1 हजार 954 पद खाली हैं. साय ने बताया कि पदोन्नति अंतर्गत भरे जाने वाले पदों में पदोन्नति की कार्यवाही प्रचलन में है. सीधी भर्ती के रिक्त पदों में नियमित भर्ती के लिए समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र (DD Chhattisgarh)
बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि मेरे क्षेत्र में 90 स्कूल है जिनमें से अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. कई स्कूल हैं जो शिक्षक वीहिन है. माना में एक स्कूल में केवल दो शिक्षक हैं. उन्होंने पूछा कि रायपुर के प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में मानक के आधार पर शिक्षकों के भरे एवं रिक्त पदों की संख्या कितनी है. रिक्त पदों पर नियमित भर्ती के लिए शासन क्या प्रयास कर रहा है और रिक्त पदों पर भर्ती कब तक शुरू की जावेगी ?
छत्तीसगढ़ में टीचर्स की संख्या बेहतर:इसके जवाब में विष्णुदेव साय ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर 26 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए. छत्तीसगढ़ में 21 बच्चों के बीच एक शिक्षक है. राज्य में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू की गई है. इससे इस समस्या का समाधान हो जाएगा. इसके बाद शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अजय चंद्राकर ने कहा कि ऐसे कितने स्कूल हैं, जहां अतिरिक्त शिक्षक हैं. साय ने कहा कि अभी यह दे पाना संभव नहीं है.