रांची: देशभर में 17 मार्च को रामनवमी मनाई जायेगी. जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. राजधानी रांची में भी रामनवमी से पहले सभी अखाड़े और समिति के लोग तैयारी कर रहे हैं. रांची महावीर मंडल ने जिले के सभी अखाड़ों के अध्यक्षों और सदस्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये हैं. जिसके बाद सभी अखाड़े सदस्य गाइडलाइन के अनुसार तैयारी में जुटे हुए हैं.
महावीर मंडल के पूर्व अध्यक्ष सह वरिष्ठ सदस्य राजीव रंजन मिश्र कहते हैं कि जिले में करीब 600 अखाड़े हैं, जो 17 मार्च को अपने झंडे के साथ रांची के अल्बर्ट एक्का चौक जायेंगे केवल उन्हीं अखाड़ों को लाइसेंस प्राप्त है. हालांकि, सभी अखाड़ों के लोग अपना जुलूस लेकर तपोवन मंदिर तक जाएंगे. उन्होंने बताया कि 9 मार्च से सभी अखाड़ों में तलवारबाजी का परीक्षण भी शुरू कर दिया जाएगा, कई अखाड़ों में अभी से ही तलवारबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया गया है.
मालूम हो कि रामनवमी के दौरान निकाले जाने वाले जुलूस में बड़े पैमाने पर हथियारों का प्रदर्शन होता है. लोग अपने घरों में रखे पारंपरिक हथियारों को लेकर जुलूस में निकलते हैं. तलवारबाजी और लाठीबाजी की कला दिखाकर लोगों का मनोरंजन किया जाता है. कृष्णा सेन सुमन का कहना है कि तलवारबाजी कार्यक्रम और हथियारों का प्रदर्शन इसलिए किया जाता है ताकि लोगों के बीच यह संदेश जा सके कि तलवारबाजी की कला से आम आदमी विषम स्थिति में अपनी सुरक्षा करने में सक्षम रहे.