देवघर: पिछले वर्ष देवघर में सावन पूजा के दौरान बाबा मंदिर के पास एक मकान के अचानक गिर जाने से चार लोगों की मौत हो गई थी. कई लोग घायल भी हो गए थे. मंदिर के नजदीन एसएन झा चौक के समीप सीता होटल गली में मकान गिरने से लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन पर कई सवाल भी उठाए गए. घटना के बाद जिला प्रशासन ने अपने स्तर से वैसे मकान का निरीक्षण किया जो जर्जर स्थिति में हैं. लोगों के ठहरने के लिए उपयोग किए जाते हैं. वैसे मकान मालिकों को हिदायत देकर मरम्मत करवाने का आदेश दिया गया.
जिला प्रशासन के साथ-साथ नगर निगम ने भी अब वैसे मकान मालिकों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है, जो मकान जर्जर स्थिति में हैं और कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं. पिछले दिनों देवघर नगर निगम के उपनगर आयुक्त सागरी बराल के नेतृत्व में एक बैठक हुई. जिसमें मौजूद सभी पदाधिकारी को ये निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द वैसे मकान को चिन्हित करें जो कभी भी गिर सकते हैं. बैठक में यह बताया गया कि वर्तमान में करीब दो दर्जन से अधिक ऐसे मकान हैं जो जर्जर स्थिति में हैं और मरम्मत की जरूरत है.
देवघर नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि वर्तमान में एक टीम का गठन कर ऐसे मकानों को चिन्हित करने के लिए आदेश दिया गया है. जल्द ही टीम के द्वारा रिपोर्ट आने के बाद नगर निगम की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
आपको बता दें कि मंदिर के आसपास की संकरी गलियों में ऐसे कई घर हैं. जिनकी रिपेयरिंग वर्षों से नहीं हुई है और वैसे मकान श्रद्धालुओं के ठहराने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं. जेएमएम नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सूरज झा ने बताया कि कई बार छोटी गली होने की वजह से मकान मालिक अपने कंस्ट्रक्शन के सामान गली में नहीं ले जा पाते हैं. ऐसे में नगर निगम के अधिकारी वैसे मकान मालिकों को विशेष सुविधा देकर मकान की मरम्मत करवाए.
उन्होंने कहा कि टावर चौक के आसपास भी कई ऐसे जर्जर मकान हैं जो कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं. निगम के अधिकारी जल्द से जल्द ऐसे मकानों को चिन्हित कर डिस्ट्रॉय करने का काम करें ताकि आम लोग हादसे का शिकार ना हो सकें.
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