रांची: झारखंड बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ साथ हेमंत सरकार कृषि, शिक्षा, सिंचाई और स्वास्थ्य पर फोकस करने जा रही है. झारखंड मंत्रालय में आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए तैयार किए जा रहे अबुआ बजट की तैयारी को लेकर संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
दो दिवसीय इस संगोष्ठी के अंतिम दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संबोधित करते हुए कहा कि इस बार के बजट को लेकर मिले सुझाव को अध्ययन करने को कहा गया है. इस संगोष्ठी में बजट के ऊपर एक से बढ़कर एक अच्छे सुझाव सुनने को मिले हैं. जितने दिन कार्यशाला चली है उतने दिन के सभी दस्तावेजों को एकत्रित करने का सचिव को आदेश दिया है और उस पर अध्ययन होगा. सीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि इस बार का बजट झारखंड राज्य के लिए बहुत खास होने जा रहा है. केन्द्रीय बजट को लेकर मीडियाकर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड पिछड़े राज्यों में से एक है और केंद्र गार्जियन के रूप में है तो झारखंड पर उन्हें विशेष ध्यान देना चाहिए.
योजना मद की राशि का कितना मिला है लाभ सरकार करेगी उसका अध्ययन-वित्त मंत्री
झारखंड मंत्रालय में अबुआ बजट पर दो दिनों तक चले संगोष्ठी के अंतिम दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर की मौजूदगी में विशेषज्ञों ने अपने अपने राय रखे. संगोष्ठी में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ कितना लोगों को मिला है इसका अध्ययन करने पर जोर दिया गया. विशेषज्ञों की राय को स्वीकार करते हुए सरकार ने इसे अपने का मन बना लिया है.
संगोष्ठी के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि अबुआ बजट को लेकर पहले भी लोगों से सुझाव मांगे गए थे. झारखंड सरकार ने अबुआ बजट पोर्टल निर्धारित किया था. जिसके माध्यम से सुझाव आया था. दो दिन का कार्यशाला था जिसमें विभिन्न विभागों के विषयों पर सुझाव आमंत्रित किया गया था और आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें कई राज्यों से यहां आए विशेषज्ञों ने बजट को लेकर काफी बहुमूल्य सुझाव दिए हैं.
राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राज्य की आर्थिक समृद्धि कैसे हो, ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था कैसे मजबूत हो इन तमाम चीजों पर चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि जो हमारा वित्तीय प्रबंधन है वह काफी मजबूत हुआ है. आगामी बजट मुख्य रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है, जिसमें कृषि के अलावे शिक्षा, स्वास्थ्य और सिंचाई पर केंद्रित रहेगा. सतही जल को बचा कर रखने के लिए भूगर्भ जल को कैसे संरक्षित रखा जाए इस पर योजना तैयार की जा रही है. इस मौके पर बजट को लेकर सर्वोत्कृष्ट सुझाव देने वाले अनीश कुमार मुरारका, नीतीश कुमार, राम प्रवेश राम को सम्मानित किया गया.
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