फतेहपुर: खागा क्षेत्र के सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज में 25 सितम्बर को इंटर की छात्रा ने दूसरी मंजिल से कूद गई थी. जिसे इलाज के लिए प्रयागराज ले जाया गया. हालत गंभीर होने पर कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान 28 सितम्बर को मौत हो गई थी. वहीं, छात्रा के पिता की तहरीर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य और बस चालक के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. वहीं, अब इस मामले में सिसायसत गर्मा गई है. सपा का प्रतिनिधि मंडल छात्रा के घर पहुंचकर सांत्वना दी. वहीं, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रमुख स्वामी प्रसाद मौर्या भी मंगलवार को छात्रा के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की.
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि छात्रा ने खुदकुशी नहीं की, उसे जानबूझकर छत से फेंका गया है. थानाध्यक्ष और प्रिंसिपल दोनों ठाकुर जाति के हैं, इसीलिए कोई कार्रवाई नही होगी. कोतवाल जाति पूछ कर कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ कानून पर भाषण देते हैं. जबकि पूरे प्रदेश में दलित,मुस्लिम और पिछड़ों पर अत्याचार हो रहा है. अपराधी ज्यादातर मुख्यमंत्री के बिरादरी के हैं. इसीलिए ये लोग कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और अपने को मुख्यमंत्री समझ रहे है. मुख्यमंत्री केवल तमाशा देख रहे हैं.
गौरतलब है कि खागा कोतवाली क्षेत्र के शाहपुर मजरे अमनी गांव के रहने वाले राजू मौर्य की बेटी प्रिया मौर्य (17) शहजादपुर स्थित सरस्वती बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कक्षा 12वीं साइंस की छात्रा थी. छात्रा रोज की तरह 25 सितंबर को भी सुबह स्कूल की बस से विद्यालय गई थी. अपनी कक्षा में पांचवें पीरियड में रही थी. तभी उसने शिक्षक से जी मिचलाने की बात कहते हुए कक्षा से बाहर निकल गई. थोड़ी देर बाद सीढ़ियों से चढ़ते हुए दूसरी मंजिल पहुंची और वहीं से छलांग लगा दी. घटना विद्यालय के सीसीटीवी कमरे में कैद हो गई थी. गंभीर हालत में उसे प्रयागराज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से डॉक्टर्स ने हालत नाजुक बता रेफर कर दिया. परिजन छात्रा को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से कानपुर के लिए रेफर किया गया. जहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी.