बालोद :छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में पंजीयन कार्यालयों से जुड़े दस्तावेज लेखक और स्टाम्प वेंडर्स ने राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए सुगम एप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्टांप विक्रेताओं ने सुगम एप को अपने रोजगार पर संकट बताते हुए सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
ब्लॉक मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन : बालोद जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालयों के दस्तावेज लेखक यहां पर धरना दे रहे हैं. जिसकी वजह से जिला पंजीयन कार्यालय सहित पूरे जिले में सैंकड़ों रजिस्ट्री नहीं हो सकी. यदि जमीन की रजिस्ट्री हुई होती तो इससे शासन को एक ही दिन में लाखों रुपए शुल्क के तौर पर मिलते. लेकिन रजिस्ट्री नहीं होने से ये शुल्क नहीं मिल सका.
वर्षों से हम इसे रोजगार का जरिया मानकर कम कर रहे हैं. आखिर यहां पर सरकार क्या करना चाहती है यह जब लागू होगा तो इस यह पूरी तरह ऑनलाइन और आईडी आधार से संचालित होगा-वैभव शर्मा, वेंडर
हमारे योगदान को किया गया अनदेखा :प्रदर्शन के दौरान संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण दुबे ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि, हम वर्षों से एक अर्धशासकीय सेवक के तौर पर अपनी सेवा देते हुए शासन के राजस्व में बढ़ोतरी के लिए सदैव तत्पर रहते आए हैं. वहीं जनक चंद्राकर ने बताया कि हम आमजन मानस और शासन के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में वर्षों से पीढ़ी दर पीढ़ी कार्य करते हुए प्रतिवर्ष अरबों रुपए की राजस्व बढ़ोत्तरी में शासन का योगदान देते चले आ रहे हैं. इसके बावजूद हमारे योगदान को अनदेखा कर सुगम ऐप को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है.