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सुख की सरकार के कार्यकाल में पूरे हिमाचल में क्यों गूंज रहा 'ठूंजा साल', गेस्ट टीचर वाली पॉलिसी पर डिप्टी सीएम क्यों हो रहे ट्रोल? - MUKESH AGNIHOTRI

सोशल मीडिया पर 'ठूंजा साल' को लेकर सुक्खू सरकार खूब ट्रोल हो रही है. वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को ट्रोल किया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही सुक्खू सरकार
सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही सुक्खू सरकार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 17, 2024, 7:25 PM IST

Updated : Dec 17, 2024, 8:00 PM IST

शिमला: कांग्रेस ने चुनाव पूर्व वादा किया था कि सत्ता में आने पर पहली ही कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी. कांग्रेस ने चुनाव पूर्व पांच साल में पांच लाख सरकारी नौकरी का वादा किया था. अब सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने कैबिनेट में गेस्ट टीचर भर्ती करने का फैसला लिया. इस नीति के तहत स्कूलों व कॉलेजों में प्रति पीरियड तय मानदेय पर गेस्ट टीचर रखे जाएंगे. प्रदेश भर के युवा इस नीति का विरोध कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर सरकार को तरह से तरह से ट्रोल किया जा रहा है, लेकिन सबसे अधिक निशाने पर कोई हैं तो वो डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हैं. सोशल मीडिया यूजर्स डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के एक भाषण की क्लिप बार-बार शेयर कर रहे हैं. उसमें डिप्टी सीएम जोर-शोर से दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार बनने पर पांच लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी. मुकेश अग्निहोत्री उस क्लिप में ये कहते सुने जा सकते हैं कि हमारी सरकार 'ठूंजा' साल वाली नौकरी देगी. वे बोल रहे हैं-कांग्रेस की सरकार बनेगी, नौकरी मिलेगी तो पक्की मिलेगी, ठूंजा साल वाली मिलेगी. ये 2500 रुपए वाली नौकरी, ये 3500 रुपए की नौकरी, ये 4500 रुपए की नौकरी, बिल्कुल बंद की जाएगी. पक्की नौकरी, ठूंजा साल वाली नौकरी, पेंशन वाली नौकरी दी जाएगी.

गेस्ट टीचर वाली पॉलिसी पर डिप्टी सीएम हो रहे ट्रोल (Social Media)

आखिर क्या है 'ठूंजा' साल वाली नौकरी

डिप्टी सीएम के भाषण के अनुसार सत्ता में आने के बाद कांग्रेस पक्की नौकरी देगी, ऐसा वादा किया गया था। लोकल बोली में अठावन को ठूंजा भी कहा जाता है. अमूमन हिमाचल में पचास के बाद गिनती कुछ यूं की जाती है-कूंजा, बूंजा, त्रियूंजा, चरूंजा, पचूंजा, छपूंजा, सतूंजा, ठूंजा, ऊणाठ और फिर साठ. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री 58 साल वाली नौकरी, जिसमें पेंशन मिलती है और कर्मचारी 58 साल में रिटायर होता है, उस नौकरी की बात कर रहे थे.

सोशल मीडिया यूजर्स ने किया डिप्टी सीएम को ट्रोल (Social Media)

क्या बोल रहे सोशल मीडिया यूजर्स

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के भाषण की क्लिप को वायरल किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश बेरोजगार संघ के सोशल मीडिया पन्ने पर लिखा गया-सबसे ज्यादा झूठ तो मुकेश अग्निहोत्री जी बोलते हैं, कहां गई साहब आपकी ठूंजा साल वाली नौकरी? अजय चौहान नामक यूजर ने फेसबुक पर भाषण की क्लिप शेयर की और लिखा-ठूंजा साल वाली नौकरी बोली थी, फिर ये गेस्ट टीचर वाली भर्ती के नाम पर प्रदेश के युवाओं से भद्दा मजाक क्यों? एडवोकेट नेकराज ठाकुर ने अपने फेसबुक पन्ने पर लिखा-अपनी लड़की को ठूंजा साल वाली नौकरी, जनता के बच्चों को पचूंजा सौ (5500) की नौकरी, कैसा लगा मेरा मजाक. जेबीटी शिक्षक नामक पन्ने पर लिखा गया- व्यवस्था परिवर्तन.

वादा था पक्की नौकरी देंगे, पेंशन वाली देंगे, ठूंजा साल की देंगे और आउटसोर्स बंद करेंगे, हिमाचल की शिक्षा का बेड़ा गर्क कर दिया. इस पन्ने पर कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन की क्लिप शेयर की गई है, जिसमें वे कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दे रहे हैं. परमजीत कूल सिंह नामक पन्ने पर लिखा गया-सिर्फ आस्था अग्निहोत्री को मिली है ठूंजा साल वाली नौकरी. जनता की अर्की नामक पन्ने ने भी डिप्टी सीएम की बेटी की नौकरी का जिक्र किया है और लिखा है कि ठूंजा साल वाली नौकरी सिर्फ उनकी बेटी को मिली है. इसके अलावा भाजपा समर्थकों के कई सोशल मीडिया अकाउंट पर इसी तरह के तंज कस कर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को ट्रोल किया गया है.

डिप्टी सीएम को किया जा रहा ट्रोल (Social Media)

युवाओं की मांग, कमीशन निकालो, ये नौकरी नहीं चलेगी

सरकार ने जैसे ही गेस्ट टीचर वाली भर्ती का ऐलान किया, युवा विरोध में उतर आए. शिमला से लेकर धर्मशाला तक विरोध प्रदर्शन होने लगे. युवाओं का कहना है कि सरकार को कमीशन के जरिए नौकरी विज्ञापित करनी चाहिए, लेकिन सरकार शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे में भी अध्यापकों को दिहाड़ी पर रखना चाहती है. हिमाचल प्रदेश बेरोजगार संघ ने भी सरकार पर युवाओं को छलने का आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सरकार को इस नीति को वापिस लेने के लिए कहा है.

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने डिप्टी सीएम पर साधा निशाना (@Jairam Thakur Post)

उल्लेखनीय है कि 12 दिसंबर को सुक्खू सरकार ने कैबिनेट में गेस्ट टीचर वाली नीति पर सहमति जताई. इस नीति के अनुसार कॉलेजों में प्रति पीरियड 500 रुपए, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में प्रति पीरियड 400 रुपए, मिडिल स्कूलों में 250 रुपए व प्राइमरी स्कूलों में 200 रुपए प्रति पीरियड मानदेय की बात कही गई है. संस्थान का मुखिया इन गेस्ट टीचर्स को नियुक्त कर सकेगा. इसके लिए योग्यता तय नियमों के अनुसार ही होगी. इससे पहले भी जब गेस्ट टीचर वाली भर्ती की बात निकली थी तो जनवरी 2024 में सीएम सुक्खू ने कहा था कि सरकार पक्की नौकरी देगी. फिलहाल, युवाओं में इस नीति को लेकर आक्रोश है और सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री चुनाव के समय दिए गए भाषण को लेकर ट्रोल हो रहे हैं.

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Last Updated : Dec 17, 2024, 8:00 PM IST

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