भोपाल: देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर मंगलवार किसान संगठन और किसानों से मुलाकात करने का फैसला किया है. इसके अलावा कृषि मंत्री अक्टूबर महीने से ही आधुनिक किसान चौपाल भी शुरू करने जा रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान ने किसान संगठनों और किसानों से मुलाकात का फैसला ऐसे समय लिया है जब उनके अपने राज्य मध्यप्रदेश से सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाए जाने को लेकर किसान संगठन आंदोलन शुरू कर चुके हैं. कांग्रेस इसे सियासी मुद्दा बनाकर न्याय यात्रा निकाल रही है. सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6 हजार किए जाने की मांग पर अड़ा संयुक्त किसान मोर्चा अब इस मुद्दे पर 1 अक्टूबर से देश व्यापी आंदोलन छेड़ने जा रहा है.
हर मंगलवार किसानों से मुलाकात करेंगे कृषि मंत्री
देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अब हर मंगलवार किसान संगठनों और किसानों से मुलाकात करेंगे. ये संभवत पहला प्रयोग होगा कि किसानों से मुलाकात के लिए कृषि मंत्री की ओर से कोई दिन तय किया गया हो. मंशा ये है कि किसानों की वास्तविक स्थिति जानने के साथ किसान संगठनों से उनके मुद्दे पर निरंतर बातचीत होती रहे. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि "सप्ताह का हर मंगलवार अब किसान संगठनों और किसानों से संवाद के लिए निश्चित रहेगा. इस दिन वे केवल इन्हीं से मुलाकात के लिए समय निर्धारित रखेंगे."
किसानों के लिए शुरू होगा कॉल सेंटर
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि "वे देश में जल्द ही आधुनिक किसान चौपाल अक्टूबर से शुरू करने वाले हैं. जिसके जरिए लैब टू लैंड के नए प्रयोग के साथ वैज्ञानिकों के प्रयोग जानकारियां सीधे किसानों तक पहुंचाई जाएंगी. किसानों को समय पर सस्ता फर्टिलाइजर उपलब्ध हो जाए इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं. यूरिया की एक बोरी आती है 2366 रुपए की, हम किसानों को उपलब्ध कराते हैं 266 रुपए में, डीएपी की एक बोरी आती है 2433 रुपए की, हम किसानों को उपलब्ध कराते हैं 1350 रुपए में. जल्द किसानों की समस्या सुनने के लिए अलग से एक कॉल सेंटर की स्थापना होगी जिसकी निगरानी वे स्वयं करेंगे."