सिवनी : पेंच टाइगर रिजर्व में ड्यूटी पर तैनात हाथियों के लिए 9 अगस्त से 14 अगस्त तक हाथी पुर्नयौवनीकरण (रेजुविनेशन) कैम्प का आयोजन किया गया है. हाथियों के रेजुविनेशन कैम्प का शुभारंभ पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय संचालक देवाप्रसाद जे. द्वारा किया गया. इसमें हर दिन सुबह चाराकटर हाथियों को जंगल से लाकर नहलाकर रेजुविनेशन कैम्प में लाते हैं और फिर हाथियों को यहां सिर से लेकर पैर तक ब्यूटी पार्लर की तरह हर सर्विस दी जाती है. पैर में नीम के तेल से और सिर पर अरण्डी के तेल से मसाज की जाती है. इसके बाद मौसमी फल नारियल, केला, गन्ना, मक्का के पौधे, सेब, पपीता औऱ गुड़, रोटी का भरपेट भोजन कराया जाता है.
खूबसूरती के साथ सेहत का भी ध्यान
कैम्प में हाथियों को मैनीक्योर से लेकर पेडीक्योर तक हर सर्विस दी जाती है. खूबसूरत बनाने के साथ-साथ हाथियों के स्वास्थय का भी यहां ध्यान रखा जाता है. यहां ब्लड सैंपल्स से उनकी बीमारियों का पता लगाया जाता है. इसके साथ ही दांत की आवश्यतानुसार सफाई व कटाई की जाती है. हाथियों को कृमि नाशक, विटामिन, लीवर टॉनिक और अन्य दवाएं आवश्यकतानुसार खिलाई जाती हैं.
पेंच टाइगर रिजर्व में ड्यूटी करते हैं 10 हाथी
पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश सिंह कहते हैं, '' पेंच टाइगर रिजर्व में 10 विभागीय हाथी कार्यरत हैं, जिसमें 7 नर जिनके नाम जंगबहादुर, गणेश, जनरल करियप्पा, जनरल थिमैय्या, बाली, लव और मारूति है. वहीं 3 मादा जिनमें सरस्वती, शेरोन और दामिनी हथिनी हैं. इन हाथियों के द्वारा विशेष गश्ती, टाइगर मॉनिटरिंग, वन्यप्राणी अनुश्रवण, वन्यप्राणी ट्रांसलोकेशन व विशेषकर मॉनसून गश्ती की जाती है. हाथी सामाजिक प्राणी है और वर्ष में विभिन्न विभागीय कामों के कारण कई बार उन्हे अलग-अलग रहना पड़ता है. पुर्नयौवनीकरण (रेजुविनेशन) कैम्प का आयोजन कर हम उन्हें एक साथ रहने और अपने सामाजिक संबंधों को मजबूत करने को मौका देते हैं.''