शिवनाथ नदी के बाढ़ में फंसे मजदूर, एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर बचाई 10 जिंदगियां - SDRF rescued workers - SDRF RESCUED WORKERS
दुर्ग के चंगेरी गांव में शिवनाथ नदी के बीच फंसे ईंट भट्ठा मजदूरों को एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर लिया है. एसडीआरएफ ने मोटर बोट की सहायता से मजदूर और उनके परिवार के 10 से अधिक सदस्यों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकला लिया है.
दुर्ग : जिले में पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है. बारिश से कई जगह पर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इस बीच चंगेरी गांव में ईंट भट्ठा में काम कर रहे मजदूर और उनके परिवार बाढ़ फंस गए थे. जिन्हें एसडीआरएफ की मदद से मजदूर और उनके परिवार के 10 से अधिक सदस्यों सुरक्षित बचाया लिया गया है.
रेस्क्यू कर बचाई 10 जिंदगियां (ETV Bharat)
शिवनाथ नदी किनारे बसे गांवों में हाई अलर्ट :दुर्ग जिले के शिवनाथ नदी महमरा एनीकट के 10 फीट ऊपर से पानी बह रहा है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने शिवनाथ नदी तट के किनारे बसे सभी गांव के लोगों को अलर्ट किया गया है.
इन गांवों को किया गया है अलर्ट : शिवनाथ नदी के किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र झोला, भोथली, रूदा, खाड़ा, चंगोरी, थनौद, पीसेगांव, महमरा, पुलगांव, कोसमी, मोहलई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, पीपरछेड़ी, झेंझरी, हटगांव, गनियारी, सहगांव पर जिला प्रशासन अपनी नजर बनाई हुई है.
क्यों बढ़ रहा है नदी का जलस्तर ? : राजनांदगांव जिले के मोंगरा बैराज से पिछले दिनों 40 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया था. आज फिर 5 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है. इसी वजह से शिवनाथ नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रही है. बारिश से तांदुला जलाशय में 40 प्रतिशत, खरखरा जलाशय में 43 प्रतिशत, खपरी जलाशय में 42 प्रतिशत और गोंदली जलाशय में 22 प्रतिशत जलभराव हो चुका है.
जिले में तहसीलवार बारिश के आंकड़े :दुर्ग जिले में 01 जून से 22 जुलाई तक 254.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है. जानकारी के मुताबिक, अब तक सबसे अधिक वर्षा 444.5 मिमी पाटन में और सबसे कम 164.4 मिमी बोरी में दर्ज की गई है. इसके अलावा दुर्ग में 223.7 मिमी, धमधा में 188.2 मिमी, भिलाई 3 में 220.2 मिमी और अहिवारा में 282.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है.