होली खाने-पीने और लोगों से मिलने-जुलने का मौका होता है. होली के दिन दोस्त-रिश्तेदार मिलते हैं, पार्टियों का दौर चलता है. लेकिन इन पार्टियों और बेवक्त खाने-पीने का बुरा असर उन लोगों के शरीर पर ज्यादा पड़ता है जो पहले से ही किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे हैं. त्योहारों के दौरान खान-पान में लापरवाही बरतने से डायबिटीज के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. आज इस त्योहारी सीजन पर हम आपके साथ कुछ ऐसे टिप्स शेयर कर रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप पूरे जोश के साथ होली का मजा ले पाएंगे, वो भी बीमारी की चिंता किए बिना.
होली के दौरान ब्लड शुगर लेवल को कैसे रखें कंट्रोल
विशेषज्ञों का कहना है कि होली के बाद बड़ी संख्या में लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो त्योहारी सीजन के दौरान 250 mg/dL से ऊपर ब्लड शुगर लेवल वाले लोगों के ब्लड शुगर लेवल में 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है, जबकि 300 mg/dL से ऊपर ब्लड शुगर लेवल वाले लोगों में 18 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. इस होली पर डायबिटीज के मरीज अपने खान-पान पर थोड़ा कंट्रोल रखकर अपनी सेहत को बेहतर रख सकते हैं और त्योहार को भी उसी उत्साह और खुशी के साथ मना सकते हैं.
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं
अगर डायबिटीज के मरीज एक बार में बहुत सारा खाना खाने की बजाय थोड़े-थोड़े अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाएं, तो वे अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं. ऐसा करने से मरीजों के खून में शुगर लेवल सामान्य रहेगा और शरीर को पूरे पोषक तत्व भी मिलेंगे.
फास्ट फूड की जगह पौष्टिक स्नैक्स खाएं
त्योहार की चहल-पहल और उत्साह में खाने-पीने से समझौता न करें. जितना हो सके फास्ट फूड से बचें और तले-भुने और मसालेदार खाने से दूरी बनाए रखें. साथ ही बिस्किट, समोसे, कचौड़ी और पकौड़े जैसी खाद्य सामग्री खाने से बचें. फास्ट फूड की जगह फल और हल्के भुने स्नैक्स खाएं.
शराब और अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से बचें
होली के त्योहार के मौके पर ज्यादातर लोग दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलकर खुशी जाहिर करने के लिए शराब का सेवन करते हैं. शराब आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है. इसलिए जहां तक हो सके शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचें और अपने रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने का प्रयास करें.
कोल्ड ड्रिंक्स से बचें
त्योहारों के दौरान कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से भी बचना चाहिए. कोल्ड ड्रिंक्स की जगह नारियल पानी या ग्रीन टी को प्राथमिकता देनी चाहिए.
ब्राउन राइस खाएं
ज्यादातर लोग सफेद चावल खाना पसंद करते हैं. लेकिन डायबिटीज के रोगियों को सफेद चावल खाने से बचना चाहिए. दरअसल, सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाता है. इसलिए सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस या साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)