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आखिर क्यों सुलगा संजौली में मस्जिद विवाद, कैसे एक मारपीट की घटना ने मचा दिया बवाल, विधानसभा तक पहुंचा मामला, सत्ता पक्ष में भी दिखी दरार - Sanjauli Mosque Case

Shimla Illegal Mosque Construction Controversy: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में संजौली में मस्जिद विवाद उठा. जिसमें सत्ता पक्ष में ही तकरार देखने को मिली. कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि अवैध निर्माण कर बनाई गई मस्जिद को गिराया जाना चाहिए. जबकि लोकल विधायक ने कहा कि बाहर की टेंशन को शिमला अर्बन में लाना गलत है. इससे दो समुदायों में तनाव बढ़ रहा है.

Shimla Illegal Mosque Construction Controversy
शिमला में अवैध मस्जिद निर्माण मामला (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 5, 2024, 7:14 AM IST

Updated : Sep 5, 2024, 1:53 PM IST

शिमला: हिमाचल में इन दिनों राजधानी शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली की मस्जिद के अवैध निर्माण का मामला चर्चा में है. आखिर कैसे एक मारपीट की घटना से बवाल मचा गया और मामला राज्य की विधानसभा तक में गूंज गया. ये जानना भी दिलचस्प होगा कि आखिर इस मामले में सत्ता पक्ष कांग्रेस के ही नेताओं के विचारों में दरार क्यों देखने को मिली?

क्या है मामला?

दरअसल, शिमला के मल्याणा क्षेत्र में विक्रम सिंह नामक 37 साल के व्यक्ति के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की. झगड़े में विक्रम सिंह के सिर में गंभीर चोटें आई और 14 टांके लगे. ढली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों को दबोच लिया. आरोपियों में दो तो नाबालिग थे. विक्रम सिंह की तरफ से ढली थाना में दर्ज की गई रिपोर्ट में बताया गया कि वो 30 अगस्त की रात साढ़े आठ बजे अपना लोक मित्र केंद्र बंद कर घर जा रहा था कि वहां एक लड़का शोर मचा रहा था. विक्रम ने उसे रोका तो वहां मोहम्मद गुलनवाज अपने अन्य साथियों के साथ आया और विक्रम को घेर कर मारपीट करने लगे. एक लड़के ने डंडे से सिर पर प्रहार किया. विक्रम ने शिकायत में कहा कि गुलनवाज और उसके साथियों ने जयपाल व राजीव शर्मा नामक लोगों से भी मारपीट की.

5 आरोपी यूपी से और 1 उत्तराखंड से

ढली पुलिस ने घायल लोगों का मेडिकल करवा लीगल केस बनाकर इलाज करवाया. पुलिस के अनुसार मामले में छह आरोपियों की पहचान की गई. उनमें से दो नाबालिग हैं. पुलिस के अनुसार आरोपियों में गुलनवाज आयु 32 साल, सारिक आयु 20 साल, सैफ अली आयु 23 साल, रोहित आयु 23 साल और दो नाबालिग शामिल हैं. इनमें रिहान उत्तराखंड का और बाकी सभी यूपी मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं. नाबालिगों को उनके अभिभावकों के सुपुर्द कर दिया गया है.

शनिवार को होगी मस्जिद से जुड़े केस की सुनवाई

मामले की जांच एएसपी रैंक के अधिकारी रतन सिंह नेगी की निगरानी में हो रही है. पुलिस ने इसे स्थानीय दुकानदारों व बाहरी राज्य के समुदाय विशेष के लोगों के बीच आपसी बहसबाजी व लड़ाई का मामला पाया, लेकिन स्थानीय लोग ऐसा नहीं मानते हैं. उनका आरोप था कि वारदात करने के बाद ये मस्जिद में आकर छिप गए. उसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली में प्रदर्शन किया और मस्जिद को अवैध बताते हुए गिराने की मांग की गई. मौके पर आए डीसी शिमला, एसपी शिमला व नगर निगम कमिश्नर ने किसी तरह गुस्साए लोगों को समझाया और कहा कि शनिवार को मस्जिद से जुड़े केस की सुनवाई कमिश्नर कोर्ट में होगी, तब तक प्रदर्शन न किया जाए.

आमने-सामने हुए लोकल एमएलए और कैबिनेट मंत्री

दरअसल, मल्याणा क्षेत्र सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह के निर्वाचन क्षेत्र कुसुम्पटी में आता है. संजौली में जहां मस्जिद के बाहर प्रदर्शन हुआ, वो इलाका शिमला शहरी के विधायक हरीश जनारथा के निर्वाचन क्षेत्र का है. अनिरुद्ध सिंह ने बुधवार को सदन में जोर देकर कहा कि आंदोलन बिल्कुल सही हुआ है और वो इस आंदोलन की जिम्मेदारी लेते हैं. वहीं, लोकल एमएलए हरीश जनारथा का कहना है कि मल्याणा का झगड़ा लोग संजौली में लेकर आए, जो गलत है. आलम ये था कि बुधवार को इस मामले में नियम-62 के तहत हुई चर्चा में जब कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह सदन में बोल रहे थे तो विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने कई बार मेज थपथपाई. अनिरुद्ध सिंह उस दौरान तीखे लहजे में दिखे. उन्होंने तो यहां तक कहा कि बाहर से आ रहे लोग माहौल खराब कर रहे हैं. उन्होंने लव जिहाद की बात भी कही और साथ ही दावा किया कि बांग्लादेश से भी लोग आए हैं.

हिंदू संगठन आज करेंगे प्रदर्शन

अनिरुद्ध सिंह ने मस्जिद को अवैध बताते हुए नगर निगम प्रशासन पर कई आरोप जड़े और कहा कि बिजली पानी का कनेक्शन क्यों नहीं काटा गया. साथ ही कहा कि अवैध निर्माण कर बनाई गई मस्जिद को गिराया जाना चाहिए. वहीं, लोकल एमएलए हरीश जनारथा का कहना है कि मामला कोर्ट में है और ऐसे फैसले सड़कों पर नहीं होते. जनारथा का कहना है कि मस्जिद काफी पुरानी है, लेकिन साथ ही हरीश जनारथा ने ये जरूर कहा कि यदि कोई अवैध निर्माण हुआ होगा तो उसे तोड़ा जाना चाहिए. इस तरह 30 अगस्त को मल्याणा इलाके में हुआ झगड़ा यूं बढ़ते-बढ़ते संजौली मस्जिद तक पहुंच गया. अब ये मामला तनाव का कारण बन गया है. हिंदू संगठनों ने इस बारे में आंदोलन का फैसला लिया है. आज गुरुवार को शिमला के चौड़ा मैदान में दोपहर साढ़े बारह बजे प्रदर्शन तय किया गया है. उधर, संजौली में पुलिस की रिजर्व बटालियन के हथियारों से लैस जवान इलाके में गश्त कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने ऐसा तनाव पहली बार देखा है.

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Last Updated : Sep 5, 2024, 1:53 PM IST

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