सहरसा: बिहार की सहरसा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने केस दर्ज होने के महज 24 घंटे के अंदर अपहरण मामले का उद्भेदन कर लिया है. इस केस में पुलिस ने पीड़ित को बरामद करने के साथ-साथ पांच आरोपियों को भी दबोचा है.
मामा से मांंगी फिरौती: मिली जानकारी के अनुासर, राजस्थान से आये एक शख्स का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था. इसमें उसका एक दोस्त भी शामिल था. दोस्त ने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसके मामा से एक लाख की रंगदारी मांगी थी. जिसके बाद मामा ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. वहीं, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए खगड़िया के बेलदौर से अपहृत को बरामद कर लिया. इसके साथ ही पांच अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया.
25 फरवरी को हुआ था अपहरण: मामला का उद्भेदन करते हुए एसपी हिमांशु ने मंगलवार को बताया कि बीते 25 फरवरी को सुल्तान राम नामक व्यक्ति ने सदर थाना में अपने भांजे शियोकरन के अपहरण होने की जानकारी दी थी. शियोकरन राजस्थान का रहने वाला है.
26 को मामला किया गया दर्ज:उन्होंने बताया कि बसनही थाना क्षेत्र के रहने वाला संतोष कुमार उर्फ मनीष कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उनके भांजे को बंधक बना लिया. वे लोग एक लाख की रंगदारी मांग रहे है. इसके बाद सुल्तान राम ने 26 फरवरी को सदर थाने में मामला दर्ज कराया. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की और आगे की कार्रवाई में जुट गई.
3 बाइक और 5 मोबाइल बरामद: टीम ने 27 फरवरी को खगड़िया जिला के बेलदौर थाना क्षेत्र में बेला गांव स्थित मकई खेत से बंधक बनाए गए शियोकरन को बरामद कर लिया है. इसके साथ ही 5 अपराधियों को भी गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से 3 मोटरसाइकिल और 5 मोबाइल बरामद किए गए.
"मैं सहरसा आया था. यहां के एक दोस्त ने मुझे अपने घर खाने पर बुलाया था. लेकिन उसने अपने घर नहीं ले जाकर मेरा अपहरण करवा दिया. जिसके बाद मुझ से एक लाख रुपये की मांगी गई. लेकिन मामा और पुलिस की तत्परता से मुझे सकुशल बरामद कर लिया गया." - शियोकरन, पीड़ित
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